Video: डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा वादा, मैं राष्ट्रपति बना तो एक वर्ष में आधा हो जाएगा बिजली बिल
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 11 अक्तूबर
US Presidential Election: भारत की ही तरह अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भी बिजली का मुद्दा उठने लगा है। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने लोगों से बड़ा वादा किया है। ट्रंप ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो साझा की है, जिसमें उन्होंने ऊर्जा और बिजली की कीमतों में बड़े बदलाव का वादा किया है। ट्रंप ने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति बनते हैं, तो 12 महीनों के भीतर ऊर्जा और बिजली की कीमतें आधी कर देंगे।
उन्होंने अपनी योजना के मुख्य बिंदु बताते हुए कहा कि उनकी सरकार पर्यावरणीय स्वीकृतियों में तेजी लाएगी और अमेरिका की बिजली उत्पादन क्षमता को दोगुना करेगी। उनके अनुसार, इस कदम से मुद्रास्फीति पर नियंत्रण किया जा सकेगा, जिससे अमेरिका और विशेष रूप से मिशिगन, दुनिया में कारखानों और उद्योगों के लिए सबसे आकर्षक जगह बन जाएगी।
ट्रंप द्वारा बिजली बिल हाफ करने के वादे संबंधी एक्स पोस्ट को आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने रिपोस्ट किया है। केजरीवाल ने लिखा कि ट्रंप ने घोषणा की है कि वह बिजली की दरें आधी कर देंगे। निःशुल्क रेवड़ी अमेरिका भी पहुंच गई है।
पर्यावरणीय स्वीकृतियों में तेजी
ट्रंप ने पर्यावरणीय स्वीकृतियों की प्रक्रिया को तेज करने की बात की, जो वर्तमान में कई मामलों में धीमी होती है। उनके अनुसार, स्वीकृति प्रक्रियाओं को तेज करने से ऊर्जा परियोजनाओं के विकास में तेजी आएगी और इससे अमेरिका की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा।
मुद्रास्फीति पर नियंत्रण का दावा
ट्रंप का यह भी मानना है कि ऊर्जा और बिजली की कीमतों में कटौती से मुद्रास्फीति कम होगी। उनकी यह नीति ऊर्जा क्षेत्र पर केंद्रित है, जिससे उत्पादन लागत में कमी आएगी और उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतें भी घटेंगी।
उद्योगों के लिए अमेरिका को सबसे बेहतर जगह बनाने का वादा
ट्रंप ने अमेरिका और मिशिगन को विशेष रूप से उद्योगों और कारखानों के लिए सबसे आकर्षक जगह बनाने का वादा किया। उनका दावा है कि ऊर्जा की कीमतों में कमी और बिजली क्षमता में वृद्धि से उद्योगों को सस्ती ऊर्जा उपलब्ध होगी, जिससे अमेरिका में रोजगार और आर्थिक विकास को बल मिलेगा।
भारत सबसे अधिक शुल्क लगाने वाला देश; ट्रम्प का सत्ता में आने पर जवाबी कार्रवाई करने का संकल्प
समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सत्ता में आने पर पारस्परिक कर लगाने का संकल्प लेते हुए बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि सभी प्रमुख देशों में से भारत विदेशी उत्पादों पर सबसे अधिक शुल्क लगाता है।
ट्रम्प ने डेट्रायट में प्रमुख आर्थिक नीति पर अपने भाषण में कहा, ‘‘ शायद अमेरिका को फिर से असाधारण रूप से समृद्ध बनाने की मेरी योजना का सबसे महत्वपूर्ण तत्व पारस्परिकता है। यह एक ऐसा शब्द है जो मेरी योजना में बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हम आम तौर पर शुल्क नहीं लगाते हैं। मैंने वह प्रक्रिया शुरू की थी वैन तथा छोटे ट्रक आदि के साथ...वह बहुत बढ़िया थी। हम वास्तव में शुल्क नहीं लगाते हैं। चीन 200 प्रतिशत शुल्क लगाएगा। ब्राजील बड़ा शुल्क वसूलता है। हालांकि इनमें से सबसे अधिक शुल्क भारत लेता है।''
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत बहुत अधिक शुल्क लेता है। भारत के साथ हमारे बहुत अच्छे संबंध हैं। मेरे भी हैं। खास तौर पर नेता (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी के साथ। वे एक महान नेता हैं। महान व्यक्ति हैं। वास्तव में महान व्यक्ति हैं। उन्होंने बहुत बढ़िया काम किया है, लेकिन वे शायद काफी शुल्क लेते हैं।''
ट्रम्प की यह टिप्पणी इस सप्ताह की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा के बाद आई है। ट्रंप ने मोदी को ‘‘ सबसे अच्छा इंसान '' करार देते हुए भारतीय नेता को अपना मित्र बताया था। अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रम्प ने कहा था कि मोदी के साथ उनके ‘‘बहुत अच्छे संबंध'' हैं।