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Victory Tragedy फ्री पास की अफरातफरी, छोटे गेट और भारी भीड़ के चलते RCB की जीत का जश्न मातम में बदला

09:43 AM Jun 05, 2025 IST
victory tragedy फ्री पास की अफरातफरी  छोटे गेट और भारी भीड़ के चलते rcb की जीत का जश्न मातम में बदला
चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ के बाद जमीन पर फैले जूते। -प्रेट्र
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बेंगलुरु, 5 जून (एजेंसी)
Victory Tragedy जब बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी की जीत का जश्न मनाने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ी, तब कोई सोच नहीं पाया था कि यह उत्सव मौत में बदल जाएगा। बुधवार को हुई भीषण भगदड़ में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और 33 से अधिक लोग घायल हुए। इस दर्दनाक हादसे के पीछे फ्री पास की अफरातफरी, छोटे-छोटे गेट और पूरी तरह से अव्यवस्थित व्यवस्था थी।

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पुलिस सूत्रों के मुताबिक, भारी संख्या में क्रिकेट प्रेमी, जिनके पास वैध टिकट नहीं थे, वैध टिकटधारकों के साथ स्टेडियम में घुसने की कोशिश कर रहे थे। भीड़ इतनी अधिक थी कि लोग धक्का-मुक्की में गिर पड़े, कई घायल हुए, तो कुछ ने बड़े गेट फांदकर अंदर घुसने की हद तक कदम बढ़ा दिए। इस अव्यवस्था ने मौत को आमंत्रित किया।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया कि मृतकों में ज्यादातर युवा, छात्र, पुरुष और महिलाएं थीं। उन्होंने कहा, “स्टेडियम की क्षमता 35,000 है, लेकिन 2 से 3 लाख लोग इकट्ठा हो गए थे। यह संख्या किसी ने नहीं सोची थी। मुकाबला मंगलवार को हुआ था, लेकिन इस समारोह ने सबको चौंका दिया।”

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मुख्यमंत्री ने कहा, “छोटे गेट और गेट टूटने की वजह से भगदड़ हुई। यह पूरी तरह से अव्यवस्था और खराब योजना का परिणाम है। जांच में सच्चाई सामने आएगी।”

उलझन और भयावहता तब और बढ़ गई जब सुबह ट्रैफिक पुलिस ने घोषणा की कि विजय जुलूस नहीं होगा, केवल सम्मान समारोह होगा। लेकिन दोपहर में आरसीबी प्रबंधन ने 5 बजे विजय जुलूस निकालने की घोषणा कर दी। इस विरोधाभासी संदेश ने लाखों प्रशंसकों को स्टेडियम के बाहर इकट्ठा कर दिया और भगदड़ की आशंका को हवा दी।

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हल्का लाठीचार्ज

पुलिस ने बताया कि टिकटधारक और फ्री पासधारक दोनों ही एक साथ प्रवेश करने की कोशिश में थे। भीड़ इतनी अधिक थी कि पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और भीड़ नियंत्रण के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया। आसपास के इलाके में 50,000 से अधिक लोग जमा थे, भीड़ लगातार बढ़ती गई।
इस भारी भीड़ के कारण बेंगलुरु मेट्रो ने क्यूबन पार्क और डॉ. बी.आर. अंबेडकर स्टेशनों पर ट्रेनों को रुकवाने से इनकार कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा, “यह एक भयंकर त्रासदी है, जो पूरी तरह से योजना और प्रबंधन की असफलता का नतीजा है। जांच कर जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

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