Video: नीरज चोपड़ा के घर पर मना जीत का जश्न, जमकर हुई आतिशबाजी
बिजेंदर सिंह/हप्र, पानीपत, 8 अगस्त
Neeraj Chopra: पानीपत के गांव खंडरा के रहने वाले गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक में जेवलिन थ्रो के फाईनल मैच में 89.45 मीटर का थ्रो करके देश के लिये रजत पदक मेडल जीत लिया। नीरज के सिल्वर मेडल जीतते ही पैतृक गांव खंडरा में बडी एलईडी स्क्रीन पर लाईव मैच देख रहे परिजन व ग्रामीण खुशी से झूम उठे और युवाओं ने हूटिंग शुरू कर दी।
ग्रामीण बोले कि अपने नीरज ने तो देश के लिये रजत पदक जीतकर कमाल कर दिया। हालांकि ग्रामीणों व परिजनों को नीरज चोपडा द्वारा गोल्ड जीतने की पूरी उम्मीद थी, जिससे उनको थोडी निराशा जरूर हुई।
नीरज के मेडल जीतने पर ग्रामीणों ने आतिशबाजी शुरू कर दी और गांव के युवाओं ने तो जमकर डांस किया। वहीं परिजनों द्वारा पहले से ही मंगवा कर रखे गये लड्डूओं को ग्रामीणों ने पहले नीरज चोपडा के दादा धर्म सिंह, पिता सतीश चोपडा व चाचा भीम चोपडा और विधायक बलबीर वाल्मीकि व कुरूक्षेत्र के डीसी सुशील सारवान को खिलाकर बधाई दी गई।
उसके बाद सभी ग्रामीणों में आपस में लड्डू बांटकर खुशी मनाई गई। इसराना हलके से विधायक बलबीर वाल्मीकि ने नीरज चोपडा द्वारा सिल्वर मेडल जीतने पर परिजनों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि नीरज चोपडा ने सिल्वर मेडल जीतकर पूरी दुनिया में पानीपत का नाम फिर से रोशन कर दिया।
वहीं पिता सतीश चोपडा बोले कि बेटा नीरज देश की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरा और उसने पेरिस ओलंपिक में सिल्वर जीतकर गांव खंडरा, पानीपत व हरियाणा का नाम पूरी दूनिया में रोशन किया।
पिता ने कहा कि उनको पहले से ही पूरी उम्मीद थी कि बेटा नीरज इस बार भी जरूर मेडल जीतकर देश का नाम रोशन करेगा। दादा धर्म सिंह बोले की मुझे तो अपने पोते पर पहले से ही पूरा विश्वास था कि पोता इस बार भी अपने गांव खंडरा का नाम पूरे संसार में रोशन करेगा।
बता दें, नीरज चोपडा का लाईव मैच देखने को लेकर ग्रामीण रात 10 बजे से ही घर के बाहर लगाई गई कुर्सियों पर बैठ गये थे और गांव के पूर्व सरपंच सोमपाल ने तो मैच शुरू होने से करीब दो घंटे पहले ही लड्डू बंटवा दिये और कहा कि गांव वालो को पूरा विश्वास है कि नीरज इस बार भी मेडल जीतकर गांव लौटेगा।
मैच शुरू होने से पहले सभी ग्रामीणों व परिजनों को गोल्ड जीतने की पूरी उम्मीद थी पर ग्रामीणों ने सिल्वर मेडल जीतने पर कहा कि कोई बात नहीं देश के लिये सिल्वर मेडल तो जीता है। बता दे कि पेरिस में जेवलिन थ्रो का फाईनल भारतीय समय अनुसार रात को 11.50 पर शुरू हुआ तो नीरज का रात 12.06 पर पहला थ्रो फाउल रहा लेकिन 12.20 बजे दूसरे थ्रो में नीरज चोपडा ने 89.45 मीटर भाला फेंका और उसके बाद नीरज के सभी चार थ्रो फाउल रहे, जबकि पाकिस्तान के अरशद नदीम का पहला थ्रो फाउल रहा पर उसने दूसरे थ्रो में 92.97 मीटर भाला फैंक कर इतिहास रच दिया और पेरिस ओलंपिक के गोल्ड विजेता बने।
नीरज के सिल्वर जीतने पर गांव खंडरा में खुशी का माहौल है और नीरज चोपडा के परिजनों को देर रात को ही बधाई देने वाले ग्रामीणों की भीड लगी रही।
मां बोलीं- बेटे ने गोल्ड को लेकर बहुत मेहनत की, पर किस्मत से सब मिलता है
माता सरोज देवी ने कहा कि नीरज ने सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रचा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बार चूरमा जरूर खिलाएंगे। पीएम के लिए पिछली बार भी अपने हाथों का चूरमा भेजा था, लेकिन किसी वजह से वह उन तक नहीं पहुंच पाया था।
मां ने कहा कि बेटे नीरज ने इस बार भी गोल्ड को लेकर बहुत मेहनत की पर अब किस्मत पर है कि किसको क्या मिलता है। वहीं चाचा भीम चोपडा ने कहा कि नीरज ने इस बार सिल्वर मेडल जीतकर पानीपत का नाम रोशन किया है। दादा धर्म सिंह ने बताया कि पोते नीरज द्वारा मेडल जीतने पर बहुत खुशी है और पोते का गांव में पहुंचने पर जोरदार स्वागत करेंगे।