पीड़ितों का आरोपी बिल्डर के खिलाफ हरेरा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन
गुरुग्राम, 28 जून (हप्र)
नेताओं का कथित संरक्षण प्राप्त क्षेत्र के एक बिल्डर पर मनमानी करते हुए लोगों को जमकर लूटने का आरोप है। बताया जाता है कि बिल्डर ने 25 प्रतिशत रकम लेने के बावजूद मकान की बजाय तय समय सीमा में केवल मौके पर गड्ढे ही बनाए हैं। आरोप है कि उक्त बिल्डर हरेरा, अदालत, जिला प्रशासन, टाउन प्लानिंग किसी का आदेश नहीं मानता।
पीड़ितों ने आज हरेरा मुख्यालय के बाहर बड़े-बड़े होर्डिंग, पोस्टर लेकर आरोपी बिल्डर माहिरा और उसके आका नेताओं की जमकर पोल खोली। बिल्डर पर सेक्टर-104 में माहिरा बिल्डर के अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट में अपने सपनों का घर खरीदने वाले लोगों के खून-पसीने की कमाई को लूटने का आरोप है। बुकिंग के डेढ़ साल बाद भी फ्लैट के नाम पर अब तक साइट पर सिर्फ गड्ढे खोदे गए हैं। इसके विरोध में बुधवार को फ्लैट बुकिंग कराने वालों ने यहां रेरा कार्यालय पर काली पट्टियां बांधकर प्रदर्शन किया। पीड़ित बारिश में भी धरने पर डटे रहे।
माहिरा होम्स 104 बायर्स वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे एसोसिएशन के प्रधान कमल भारद्वाज, उपाध्यक्ष रमनदीप ने बताया कि दिसंबर, 2021 में उन्होंने सेक्टर-104 के माहिरा होम्स अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट में अपने फ्लैट बुक कराए थे। इस प्रोजेक्ट में 1483 फ्लैट हैं। अब तक बिल्डर ने लोगों से 25 प्रतिशत से अधिक पेमेंट लेकर डेढ़ साल में लोगों से 125 करोड़ रुपये जमा करवा लिए हैं। वे गुरुग्राम से लेकर चंडीगढ़ तक भटक चुके हैं, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई।
पीड़ित लोगों का आरोप है कि माहिरा होम्स का मालिक अपने राजनीतिक प्रभाव के चलते 125 करोड़ रुपये का गबन कर चुका है, लेकिन कहीं उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही।
पीड़ितों का आरोप है कि बिल्डर की ओर से फ्लैट बनाना तो दूर उनके फ्लैट की बुकिंग रद्द करने की धमकियां दी जा रही हैं। बिल्डर के खिलाफ कई एफआईआर तक दर्ज हैं, फिर भी न तो पुलिस उनका कुछ कर पा रही है और न ही रेरा ने ही कोई एक्शन लिया है। दो महीने पहले केस की सुनवाई के बाद रेरा ने फैसला भी नहीं सुनाया।