वाहन पंजीकरण घोटाला : पांच साल बाद 2 टाइपिस्टों समेत 3 गिरफ्तार
मदन लाल गर्ग/ हप्र
फतेहाबाद, 3 मई
एसडीएम कार्यालय में 5 साल पहले हुए वाहन पंजीकरण घोटाले में पुलिस ने 2 टाइपिस्टों समेत 3 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए टाइपिस्ट फतेहाबाद के विनोद उर्फ बंटी तथा गांव चांग के पवन उर्फ पोनी फतेहाबाद अदालत परिसर में ही टाइपिंग करते हैं। जबकि तीसरा आरोपी भिवानी का चंद्रपाल वाहनों की दलाली करता था।
गौरतलब है कि इस मामले में सीएम फ्लाइंग की टीम ने 5 अप्रैल 2021 को एसडीएम पंजीकरण कार्यालय में छापामारी की थी। टीम ने जांच में पाया कि अन्य राज्य के लोगों के नाम बिना पासिंग व एनओसी के वाहन पंजीकरण किए जा रहे हैं। इसके अलावा एक स्कॉर्पियो गाड़ी की एनओसी रोहतक के किसी व्यक्ति के नाम जारी कर दी। इसके अलावा कुछ वाहनों की फाइलें ही गायब मिली। स्थानीय शहर थाना में सीएम फ्लाइंग टीम की शिकायत पर 5 अप्रैल 2021 को 3 एचसीएस अधिकारियों, 2 क्लर्कों व 3 अन्य व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
एचसीएस अधिकारी सतबीर सिंह जांगू व सुरजीत नैन सेवानिवृत हो गए, जबकि एचसीएस संजय बिश्नोई वर्तमान में फतेहाबाद में ही क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी व जिला नगर आयुक्त के पद पर कार्यरत है। क्लर्क ओपी सिहाग निलंबन में ही सेवानिवृत हो चुके हैं, जबकि राजेश खटक भी निलंबित चल रहे हैं। दोनों क्लर्कों की अग्रिम जमानत हाइकोर्ट से भी रिजेक्ट हो चुकी है, लेकिन अभी तक जांच में शामिल नहीं हुए।
अभी तक पुलिस इस मामले में कुल 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी हैं। अब पांच साल के बाद इस केस को दुबारा खोला गया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश करके जेल भेजा जा चुका है।