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वेद-वेदांग भारतीय ज्ञान-विज्ञान के मूल स्रोत : प्रो. कपिल

07:51 AM Sep 14, 2023 IST
रोहतक में बुधवार को बाबा मस्तनाथ विवि में आयोजित सेमिनार में शोध पत्र स्मारिका का विमोचन करतीं प्रो. चांसलर डॉ. अंजना राव व अन्य। -हप्र

रोहतक, 13 सितंबर (हप्र)
बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय में हिंदी संगम फाउंडेशन, न्यू जर्सी अमेरिका के संयुक्त तत्वावधान में आइक्यूएसी सेल की देखरेख में भारतीय ज्ञान परंपरा : विविध आयाम विषय पर एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सभी अतिथियों ने मां सरस्वती और बाबा मस्तनाथ को पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
सेमिनार के उद्घाटन सत्र में बतौर बीज वक्ता जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली के पूर्व कुलपति प्रो. कपिल कपूर ने भारतीय ज्ञान परंपरा के संबंध में कहा कि भारत प्राचीन काल से ही ज्ञान का भंडार रहा है। इसके मूल स्रोत हमारे वेद-वेदांग, पुराण आदि हैं।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय, भिवानी के कुलपति प्रो.आरके मित्तल ने कहा कि अगर वर्तमान शिक्षा प्रणाली को भारतीय ज्ञान परंपरा से जोड़ दिया जाए तो काफी सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय की प्रो. चांसलर डॉ. अंजना राव ने कहा कि शिक्षा और संस्कृति के बारे में गहराई से जानना है तो हमें वैदिक ग्रंथों का अध्ययन करना होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा ऋषि-मुनियों, संतों के अनुभवों की देन है।
बाबा मस्तनाथ विवि के कुलपति प्रोफेसर आरएस यादव ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा, अध्यात्म, विज्ञान और चिकित्सा के क्षेत्र में भारत का ज्ञान सराहनीय है।
न्यू जर्सी, अमेरिका से हिंदी फाउंडेशन के अध्यक्ष अशोक ओझा ने कहा कि वर्तमान समय में हमारे ज्ञान-विज्ञान की देन को विदेश में सराहा जा रहा है। सिंगापुर की साहित्यकार डॉ. सावित्री वशिष्ठ ने कहा कि भारत का ज्ञान अनेक माध्यमों से जन-जन तक पहुंच रहा है। इस अवसर पर शोध पत्र स्मारिका का भी विमोचन किया गया। सेमिनार में 260 प्राध्यापकों और शोधार्थियों ने पत्र वाचन किया। मंच संचालन डॉ. पल्लवी भारद्वाज और डॉ. सुनिधि ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत में डीन एकेडमिक प्रो. नवीन कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया।
हरियाणा हिंदी अकादमी के पूर्व निदेशक डॉ. पूरणमल गौड़, आयुष विश्वविद्यालय से डॉ. शंभूदयाल की विशेष उपस्थिति रही। रजिस्ट्रार डॉक्टर मनोज कुमार वर्मा ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. रवि राणा, डॉ. बीएम यादव, डॉ. ललित कुमार, प्रो. सुभाष चंद्र गुप्ता, डॉ. जगदीश भारद्वाज, प्रो. बाबू राम, डॉ. मनीष दलाल, डॉ. पवन जलवाल, डॉ. अनिल कनवा, डॉ. विनय कुमार जग्गा, डॉ. जसप्रीत दहिया, डॉ.अजय दहिया, डॉ.देवेंद्र वशिष्ठ, डॉ. नवदीप बिसला, डॉ. कृष्णा देवी, डा. सुनिधि डॉ. प्रमिला, डॉ. ऋतु, डॉ. सुमन राठी, डॉ. प्रवेश कुमारी डॉ. सोनिया सरोहा, डॉ. राजीव अरोड़ा आदि मौजूद थे।

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