Vastu Tips: घर में क्यों और कैसे रखें श्रीकृष्ण का मोरपंख?
चंडीगढ़, 22 दिसंबर (ट्रिन्यू)
Vastu Tips: हिंदू धार्मिक कथाओं के अनुसार, मोरपंख श्रीकृष्ण को अतिप्रिय है। वहीं, वास्तु शास्त्र और विभिन्न सांस्कृतिक मान्यताओं के अनुसार, घर में मोर पंख रखने से सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है, नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। इसके अलावा फेंग शुई के अनुसार भी, मोरपंख सुरक्षा, धन और सौभाग्य लाते हैं। चलिए आपको बताते हैं घर में कैसे रखें मोरपंख..
लिविंग रूम
शांतिपूर्ण वातावरण बनाने के लिए लिविंग रूम में मोर के पंख रखें। माना जाता है कि यह घर में खुशियां लाता है और सकारात्मकता बनाए रखता है, इसलिए लोगों को इसे अपने घर में रखना चाहिए।
पूजा कक्ष
चूंकि हिंदू धर्म में मोर के पंखों को पूजनीय माना जाता है इसलिए इसे पूजाघर में श्रीकृष्ण या देवताओं के पास रखें। वे पवित्रता, सुरक्षा और स्वर्गीय अनुग्रह का प्रतीक हैं। माना जाता है कि वे आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाते हैं और घर को स्वर्गीय कृपा से भर देते हैं।
आर्थिक समस्याएं दूर करने के लिए
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में मोरपंख रखने से धन की प्राप्ति होती है और वास्तु दोष भी दूर होता है। घर में मोरपंख रखने की सही दिशा लॉकर के अंदर दक्षिण दिशा है। इससे व्यक्ति को कभी भी धन संबंधी कोई समस्या नहीं होगी। आपको यह भी पसंद आ सकता है
राहुदोष का करे उपाय
राहु दोष को कम करने या दूर करने के लिए मोर पंख को पूर्व या उत्तर-पश्चिम दिशा में रखें। वास्तु कहता है कि घर में मोरपंख घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।
बच्चों में बढ़ाएं एकाग्रता
जब बच्चों के कमरे में स्टडी टेबल के पास मोरपंख रखा जाता है, तो यह ध्यान और एकाग्रता में सुधार करने में मदद करता है।
खुशहाल वैवाहिक जीवन
एक खुशहाल वैवाहिक जीवन जीने और रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए बेडरूम में दो मोर पंख रखें। इसके अलावा पूर्व दिशा में लिविंग रूम में सात मोर पंखों का गुच्छा पारिवारिक विवादों से छुटकारा पाने में मदद करेगा।
इन बातों का रखें ध्यान
1. सलाह दी जाती है कि अगर आपके घर में टूटे हुए पंख हैं तो उन्हें तुरंत बहते पानी में फेंक दें क्योंकि उन्हें घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है।
2. मोर के पंखों को साफ जगह पर रखें। साथ ही उन्हें नियमित रूप से साफ करते रहें अन्यथा गंदे मोर के पंख बुरी ऊर्जाओं को आकर्षित करेंगे।
डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।