Panchang 23 April 2025: वरुथिनी एकादशी कल, यहां पढ़ें पूजा विधि एवं व्रत के नियम
चंडीगढ़, 23 फरवरी (ट्रिन्यू)
Varuthini Ekadashi 2025: वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की वरुथिनी एकादशी इस वर्ष 24 अप्रैल 2025, बुधवार को मनाई जाएगी। एकादशी तिथि 23 अप्रैल की सायं 4:44 बजे से प्रारंभ होकर 24 अप्रैल को रहेगी। चूंकि व्रत सूर्योदय के अनुसार किया जाता है, अतः वरुथिनी एकादशी व्रत 24 अप्रैल को रखा जाएगा। व्रत का पारण 25 अप्रैल को प्रातः 5:45 से 8:23 बजे के बीच करना श्रेष्ठ रहेगा।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक व्रत की पूर्व संध्या पर यानी दशमी को सात्विक आहार लेकर ब्रह्मचर्य का पालन करें। एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध कर भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित करें। दीप जलाकर “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें। भगवान को गंगाजल से स्नान कराएं, चंदन, अक्षत, पुष्प, तुलसी पत्र, फल व मिष्ठान्न अर्पित करें। विष्णु सहस्त्रनाम, गीता पाठ व आरती करें।
व्रती को पूरे दिन उपवास, भजन-कीर्तन और संयम का पालन करना चाहिए। अगले दिन द्वादशी को दान-पुण्य कर ब्राह्मणों को भोजन कराने के बाद पारण करें।
Panchang 23 April 2025: राष्ट्रीय मिति वैशाख 03, शक संवत 1947
चंद्र मास वैशाख, कृष्ण पक्ष
तिथि दशमी (सायं 4:44 बजे तक), उपरांत एकादशी
वार बुधवार
विक्रम संवत 2082
सौर मास वैशाख (प्रविष्टे 11)
अंग्रेजी तारीख 23 अप्रैल 2025 ई॰
सूर्य स्थिति उत्तरायण, उत्तर गोल, ग्रीष्म ऋतु
राहुकाल दोपहर 12:00 से 1:30 बजे तक
नक्षत्र धनिष्ठा (12:08 बजे तक), उपरांत शतभिषा
योग शुक्ल (6:51 बजे तक), उपरांत ब्रह्म
करण विष्टि (4:44 बजे तक), उपरांत बालव
चंद्रमा कुंभ राशि में
विजय मुहूर्त 2:30 से 3:23 बजे दोपहर
गोधूलि बेला 6:50 से 7:12 बजे शाम
निशीथ काल 11:57 रात से 12:41 मध्यरात्रि तक
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।