बैंड-बाजों के साथ निकली वामन भगवान की सवारी
अम्बाला शहर, 24 सितंबर (हप्र)
उत्तर भारत का प्रसिद्ध एवं अश्वबाला शहर में मनाया जाने वाला 3 दिवसीय ऐतिहासिक वामन द्वादसी मेला पूरी श्रद्धा एवं उल्लास के साथ प्रारंभ हो गया है। आज विधिवत पूजा अर्चना के बाद भगवान वामन के 5 स्वरूपों को शहर की पुरानी अनाज मंडी में बनाए गए भव्य पंडाल में परंपरागत रूप से विराजित किया गया। हिंडोलों में भगवान वामन के साथ भगवान विष्णु के स्वरूपों की मूर्तियां रखी गई जिनमें राधा-कृष्ण, लड्डू गोपाल, शालिग्राम आदि स्वरूपों की प्रतिमाएं शामिल हैं।
पंडाल में हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन किये। पुरानी अनाज मंडी के मंदिर में हवन यज्ञ करके कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बड़े ठाकुर द्वारा से भगवान का पहला हिंडोला शोभायात्रा की शक्ल में बैंड बाजों के साथ पंडाल की ओर चला। यहां नगर विधायक असीम गोयल और मेला संयोजक एवं सनातन धर्म सभा के प्रधान ने हाथों में झाड़े लेकर शोभायात्रा मार्ग की सफाई की शुरूआत की। यहां से पहले हिंडोले की सनातन धर्म सभा के सदस्यों एवं पदाधिकारियों ने भगवान की पूजा अर्चना की और हिंडोले को पंडाल की ओर रवाना किया। बड़े ठाकुर द्वारा के बाद मंदिर श्री राधेश्याम से 1 हिंडोला लेकर शोभायात्रा भव्य रूप से सजे बाजारों से होता हुआ आगे बढ़ता गया, 2 हिंडोले कलाल माजरी स्थित मंदिरों से तथा 1 नौहरियां मंदिर से लेकर शोभायात्रा निर्धारित पूजा उत्सव स्थल पर पहुंची जहां देर रात तक श्रद्धालुओं ने भगवान की पूजा अर्चना करते हुए दर्शन किए।