वी उमाशंकर बने पावरफुल 12 विभागों का मिला जिम्मा
चंडीगढ़, 20 अगस्त (ट्रिन्यू)
प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में अधिकारियों का कार्य आवंटन एक बार फिर नये सिरे से किया है। इससे पहले 8 जुलाई को सीएमओ में कार्य विभाजन हुआ था। अब बंटवारे में सीएम के प्रधान सचिव वी़ उमाशंकर को पावरफुल बनाया है। अभी तक उनके पास छह विभाग थे, लेकिन अब उनकी संख्या बढ़ाकर 12 कर दी है।
मनोहर सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में उमाशंकर को सीएमओ में नियुक्त किया था। वे गुरुग्राम मेट्रोपोलिटन डेवलेपमेंट अथॉरिटी के सीईओ भी रहे हैं। मनोहर सरकार के दूसरे कार्यकाल में राजेश खुल्लर वर्ल्ड बैंक में प्रतिनियुक्ति पर गए तो उन्हें सीएम का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया। साथ ही, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डीएस ढेसी को चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी नियुक्त किया। वर्तमान में सीएमओ के ओवरआॅल इंचार्ज ढेसी ही हैं।
प्रदेश की अफसरशाही में यह भी चर्चा है कि वी़ उमाशंकर केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर लौटना चाहते हैं। इन चर्चाओं के बीच सीएमओ में यह बदलाव हुआ है। डीएस ढेसी के पास विधानसभा बिजनेस, विधायी कार्य, मंत्रिमंडल, संसदीय कार्य मामले, कानून, सिटीजन रिसोर्स इंफोरमेशन, आबकारी एवं कराधान, सिंचाई, सामान्य प्रशासन, आतिथ्य सत्कार, गृह, जेल, सीआईडी, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग, शहरी स्थानीय निकाय, विदेश सहयोग तथा उद्योग विभाग का कार्यभार रहेगा। सीएम के प्रिंसिपल ओएसडी नीरज दफ्तुआर के पास पहले की तरह पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट ही बना रहेगा।
सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव योगेंद्र चौधरी को कला एवं संस्कृति, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, पर्यटन, एससी-बीसी कल्याण, रिसोर्स मोबाइलाइजेशन, पशुपालन एवं डेयरी विकास, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग की कमान सौंपी है। ड्रग फ्री हरियाणा मिशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर भी योगेंद्र चौधरी ही रहेंगे। सीएम के दूसरे अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ़ अमित अग्रवाल को आयुष, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान, उच्चतर शिक्षा, स्कूल शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, विकास एवं पंचायत, वन एवं वन्य जीव तथा पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग का जिम्मा सौंपा है।
सीएम की उपप्रधान सचिव आशिमा बराड़ के पास आर्किटेक्चर, इलेक्शन, पर्यावरण, खाद्य एवं आपूर्ति, मत्स्य पालन, हाउसिंग, पब्लिक हेल्थ, प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी, खेल एवं युवा मामले, महिला एवं बाल विकास, पीडब्ल्यूडी (भवन एवं सड़कें) तथा सैनिक व अर्धसैनिक विभाग का जिम्मा रहेगा।
सीएम के ओएसडी सतीश कुमार मुख्यमंत्री की घोषणाओं का क्रियान्यवन, सीएम रिलीफ फंड व वक्फ बोर्ड को देखेंगे। ओएसडी भूपेश्वर दयाल के पास ग्रीवेंस बनी रहेंगी। वहीं ओएसडी सुधांशु गौतम एचआरएमएस और ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी को देखेंगे।
ये विभाग हैं इनके पास
वी़ उमाशंकर के पास वित्त व प्लानिंग के अलावा कृषि, श्रम एवं रोजगार, अक्षय उर्जा, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, विज्ञान एवं तकनीकी, बिजली, सहकारिता, परिवहन, खनन एवं भू-विज्ञान, नागरिक उड्डयन, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी जैसे विभागों का जिम्मा है।