रोबोट-एडेड सर्जरी से गर्भाशय कैंसर का इलाज संभव : डा़ श्वेता
करनाल, 31 जनवरी (हप्र)
बढ़ती उम्र की महिलाओं में गर्भाशय का कैंसर बढ़ रहा है, यदि समय रहते जांच न कराई गई तो मरीज की जान पर भी बन सकती है। इसलिए लक्षण दिखाई देते ही जांच कराएं ताकि समय रहते ही उपचार शुरू हो सके। विशेष कर 45 की उम्र के बाद महिलाओं को सावधान होना चाहिए। वहीं इसमें राहत भरी बात यह भी है कि रोबोट-एडेड सर्जरी के माध्यम से इसका सफलतापूर्वक इलाज संभव है। महिलाओं को जागरूक करते हुए करनाल में आयोजित एक सेमिनार में डॉ. श्वेता तहलान, कंसल्टेंट, गायनी ओन्को-सर्जरी, फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली बताती हैं कि उन्होंने गर्भाशय कैंसर से पीड़ित दो महिला रोगियों का इलाज किया है, दोनों की उम्र 65 वर्ष से अधिक है, जिससे वे सर्जरी के तुरंत बाद अपने सामान्य जीवन में लौटने में सक्षम हो पाई हैं। डॉ. तहलान ने कहा कि गर्भाशय कैंसर के मरीज़ आमतौर पर बूढ़े, मोटापे से ग्रस्त होते हैं और उन्हें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग आदि जैसी मेडिकल समस्याएं होती हैं। उम्रदाराज महिलाओं में यह कैंसर तेजी से फैलता है। लेकिन इसके लक्षणों से इसकी पहचान की जा सकती है, महिलाओं में अनियमित पीरियड रक्तस्राव और गंदे पानी का आना इसके शुरुआती लक्षण है, जैसे यह लक्षण दिखाई दें तो उसकी तुरंत जांच कराएं।