अमेरिकी रिपोर्ट में चीन को बताया गया भारत के लिए खतरा
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
नयी दिल्ली, 25 मई
इस महीने की शुरुआत में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए भीषण सशस्त्र संघर्ष के बावजूद एक अमेरिकी रिपोर्ट में चीन को सबसे बड़ा खतरा बताया गया है। अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी की नवीनतम ‘विश्वव्यापी खतरा आकलन’ रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान भारत को ‘अस्तित्व के लिए खतरा’ मानता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि खतरनाक विनाशकारी हथियारों की आपूर्ति पाकिस्तान को चीन से होती है। ये कभी-कभी हांगकांग, सिंगापुर, तुर्की और यूएई के माध्यम से ट्रांसशिप किए जाते हैं।
भारत-चीन संबंधों पर, अमेरिकी रिपोर्ट कहती है, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकताएं संभवतः वैश्विक नेतृत्व का प्रदर्शन करने, चीन का मुकाबला करने और नयी दिल्ली की सैन्य शक्ति को बढ़ाने पर केंद्रित होंगी।... भारत चीन को अपना मुख्य विरोधी मानता है और पाकिस्तान को सुरक्षा में खतरा।’
रिपोर्ट में चेतावनी दी गयी है कि ‘भारत और चीन की वास्तविक नियंत्रण रेखा सीमा सीमांकन पर चल रहे तनाव तेज़ी से बढ़ सकते हैं।’ गौर हो कि पिछले साल अक्तूबर में भारत और चीन पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में समझौते के करीब पहुंचे थे। इधर, भारत ने 2024 में अपनी सेना का आधुनिकीकरण जारी रखा, जिसमें दूसरी परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी (आईएनएस अरिघाट) को शामिल करने के बाद विरोधियों को रोकने की क्षमता शामिल है, जो समुद्र के नीचे से परमाणु मिसाइल दागने में सक्षम है। रिपोर्ट के मुताबिक चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) और विध्वंसक सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने के लिए उन्नत तकनीकों को एकीकृत करने का प्रयास कर रही है। रिपोर्ट में कहा गया, ‘पाकिस्तान अपने परमाणु शस्त्रागार का आधुनिकीकरण कर रहा है और अपने परमाणु पदार्थों और परमाणु कमान और नियंत्रण की सुरक्षा बनाए रख रहा है।’
पाक-चीन गठजोड़ पर क्या कहा गया
पाकिस्तान-चीन गठजोड़ पर, अमेरिकी रिपोर्ट कहती है, ‘पाकिस्तान को चीन से आर्थिक और सैन्य सहायता मिलती है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान में आतंकवादी गतिविधि सैन्य और सुरक्षा बलों को चुनौती देगी।