For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

US Presidential Election: कमला हैरिस ने हार स्वीकारी, सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण सुनिश्चित करने का वचन दिया

09:50 AM Nov 07, 2024 IST
us presidential election  कमला हैरिस ने हार स्वीकारी  सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण सुनिश्चित करने का वचन दिया
डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और उनके पति डौग एम्हॉफ हावर्ड विश्वविद्यालय में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 2024 अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव स्वीकार करने वाली टिप्पणी देने के बाद मंच से चले गए। रॉयटर्स
Advertisement

वाशिंगटन, 7 नवंबर (भाषा)

Advertisement

US Presidential Election: राष्ट्रपति पद की दौड़ में डोनाल्ड ट्रंप से हार स्वीकार करने के तुरंत बाद उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने समर्थकों से चुनाव परिणामों को स्वीकार करने का आग्रह किया और रिपब्लिकन पार्टी के नेता को सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण सुनिश्चित करने का वचन दिया।

हॉवर्ड विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा रहीं हैरिस (60) ने विश्वविद्यालय में एक भावुक संबोधन में कहा कि ‘‘अमेरिका के लिए किए गए वादे की रोशनी हमेशा जलती रहेगी'' और उन्होंने इस अभियान को बढ़ावा देने वाली ‘‘लड़ाई'' को जारी रखने का संकल्प लिया। अपने समर्थकों का उत्साह बढ़ाने के प्रयास में उन्होंने कहा, ‘‘आज मेरा दिल भरा हुआ है। आपने मुझ पर जो विश्वास जताया है उसके लिए मैं बहुत आभारी हूं। मेरे दिल में अपने देश के लिए प्रेम और दृढ़ संकल्प है।''

Advertisement

उन्होंने कहा, ‘‘इस चुनाव का नतीजा वह नहीं है जो हम चाहते थे, न ही वह जिसके लिए हमने लड़ाई लड़ी थी और न ही वह जिसके लिए हमने वोट दिया था। लेकिन जब मैं आपसे कहती हूं तो मेरी बात सुनिए तो अमेरिका के लिए किए गए मेरे वादे की लौ हमेशा जगमगाती रहेगी।''

उन्होंने कहा, ‘‘मैं जानती हूं कि लोग इस समय कई तरह की भावनाओं को महसूस कर रहे हैं। मैं समझती हूं। लेकिन हमें इस चुनाव के नतीजों को स्वीकार करना चाहिए।'' उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का एक बुनियादी सिद्धांत चुनाव के नतीजों को स्वीकार करना है। हैरिस ने कहा कि उन्होंने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात की और उन्हें उनकी जीत पर बधाई दी।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने ट्रंप से कहा कि हम उन्हें और उनकी टीम को सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया में मदद करेंगे तथा हम सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण करेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारे देश में हमारी निष्ठा किसी राष्ट्रपति या पार्टी के प्रति नहीं बल्कि अमेरिका के संविधान के प्रति है।'' हैरिस ने कहा, ‘‘मैं इस चुनाव को स्वीकार करती हूं, लेकिन मैं उस लड़ाई को स्वीकार नहीं करती जिसने इस अभियान को बढ़ावा दिया।''

हैरिस ने अपने समर्थकों से देश के मूलभूत सिद्धांतों की रक्षा के लिए अपनी लड़ाई जारी रखने का आह्वान किया। ट्रंप के चुनाव प्रचार अभियान के संचार निदेशक स्टीवन चेउंग ने कहा, ‘‘नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने पूरे अभियान के दौरान उपराष्ट्रपति हैरिस के दृढ़, पेशेवर अंदाज और मजबूती से अपनी रखने की क्षमता की सराहना की और दोनों नेता देश को एकजुट करने के महत्व पर सहमत हुए।''

बाइडेन ने ट्रंप को फोन कर जीत की बधाई दी

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बृहस्पतिवार को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को फोन कर उन्हें जीत की बधाई दी। राष्ट्रपति के आधिकारिक कार्यालय एवं आवास व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी। व्हाइट हाउस ने कहा कि बाइडेन ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से भी फोन पर बात की और उन्हें उनके ऐतिहासिक अभियान के लिए बधाई दी। ट्रंप के साथ बातचीत में बाइडेन ने सुचारू रूप से सत्ता का हस्तांतरण सुनिश्चित करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की तथा देश को एकजुट करने के लिए काम करने के महत्व पर बल दिया।

असाधारण परिस्थितियों में हैरिस ने आगे आकर ऐतिहासिक अभियान का नेतृत्व किया: बाइडेन

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान असाधारण परिस्थितियों में ऐतिहासिक अभियान का नेतृत्व करने के लिए बुधवार को उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की सराहना की। बाइडेन ने एक बयान में कहा, ‘‘अमेरिका ने आज जिन्हें देखा वह वो कमला हैरिस थीं जिन्हें मैं जानता हूं और जिनकी मैं बहुत प्रशंसा करता हूं। वह एक जबरदस्त साथी और ईमानदार, साहस तथा गुणों से भरी लोक सेवक रही हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने इस राष्ट्रपति चुनाव में असाधारण परिस्थितियों में आगे बढ़कर एक ऐतिहासिक अभियान का नेतृत्व किया।''

उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने पहले भी कहा है कि जब मैं 2020 में राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बना तो कमला को चुनना मेरा पहला फैसला था। यह मेरा सबसे अच्छा फैसला था। उनकी कहानी अमेरिका की सबसे अच्छी कहानी का प्रतिनिधित्व करती है। जैसा कि उन्होंने आज स्पष्ट किया, मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह इस कहानी को जारी रखेंगी।'' बाइडेन ने कहा, ‘‘वह उद्देश्य, दृढ़ संकल्प और खुशी के साथ लड़ाई जारी रखेंगी। वह सभी अमेरिकियों के लिए विजेता बनी रहेंगी। सबसे बढ़कर, वह एक ऐसी नेता बनी रहेंगी, जिसे हमारे बच्चे आने वाली पीढ़ियों तक देखेंगे क्योंकि वह अमेरिका के भविष्य पर अपनी मुहर लगाती हैं।''

भारतीय-अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने कहा, ‘मुझे कमला हैरिस पर गर्व है'

अमेरिका के चुनावी इतिहास में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की सबसे बुरी हार के बाद भारतीय अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने बुधवार को कहा कि उन्हें उपराष्ट्रपति पर गर्व है और एक दिन अमेरिका के लोग उन्हें प्रेरक के तौर पर देखेंगे। डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार रहीं हैरिस (60) पांच नवंबर के आम चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी के अपने प्रतिद्वंद्वी और अब राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप (78) से हार गईं। खन्ना (48) ने कहा, ‘‘आज मैं कहना चाहता हूं कि मुझे कमला हैरिस पर गर्व है।''

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में सिलिकॉन वैली का प्रतिनिधित्व करने वाले खन्ना को मंगलवार को लगातार पांचवीं बार फिर से चुना गया। पेंसिल्वेनिया में पले-बढ़े खन्ना ने कहा, ‘‘बक्स काउंटी में पले-बढ़े एक बच्चे के रूप में मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक अफ्रीकी और भारतीय अमेरिकी महिला उम्मीदवार बनेगी और पेंसिल्वेनिया में 48 प्रतिशत वोट प्राप्त करेगी। रास्ता कठिन है, लेकिन एक दिन अमेरिका लेग उनसे प्रेरणा लेंगे उनके दिखाए राह पर चलेंगे।''

खन्ना ने कहा कि सीनेट और प्रतिनिधि सभा के साथ ‘व्हाइट हाउस' (अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक कार्यालय एवं आवास) भी खो चुकी डेमोक्रेटिक पार्टी जल्द वापसी करेगी। वहीं, उद्यमी से राजनेता बने विवेक रामास्वामी ने बुधवार को राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप की वापसी को अमेरिका की वापसी बताया और कहा कि देश को इस समय एक कठोर निर्णय लेने वाले ‘कमांडर-इन-चीफ' की जरूरत है।

राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल रहे रिपब्लिकन पार्टी के नेता रामास्वामी ने कहा, ‘‘यही कारण है कि डोनाल्ड ट्रंप आधुनिक इतिहास में किसी भी राष्ट्रपति के मुकाबले सबसे बड़े अंतर से जीते। वह कोई विचारक नहीं है। वह कोई नीति विशेषज्ञ नहीं है। वह समझौता नहीं करने वाले एक अमेरिकी है। उन्हें अयोग्य ठहराया गया, दो बार मारने की कोशिश की गई। इनमें से कोई भी काम नहीं आया। मीडिया में हमारे स्व-नियुक्त ‘श्रेष्ठ' लोगों ने उन्हें गलत समझा, उन्हें कम आंका और संदेह किया।''

Advertisement
Tags :
Advertisement