चरम पर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव प्रचार, आव्रजन बना अहम मुद्दा
वाशिंगटन/न्यूयॉर्क, 27 अक्तूबर (एजेंसी)
अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव प्रचार चरम पर है। चुनाव में महज नौ दिन बचे हैं। इस बीच, आव्रजन अहम मुद्दा बनकर उभर रहा है। भारत सहित विभिन्न दक्षिण एशियाई देशों के आप्रवासियों को डर है कि रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के जीतने पर उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप का मुकाबला वर्तमान उपराष्ट्रपति एवं भारतीय मूल की कमला हैरिस से है। ट्रंप ने अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले अाप्रवासियों के बच्चों के लिए जन्मसिद्ध नागरिकता के प्रावधान को समाप्त करने का वादा किया है, जिससे भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान सहित विभिन्न देशों के आप्रवासियों की चिंताएं बढ़ गई हैं। आप्रवासन समर्थक समूहों ने आव्रजन पर बयानबाजी को लेकर ट्रंप की आलोचना की है।
उधर, डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार एवं उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भी अवैध आव्रजन को कम करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है। उन्होंने कहा है कि अमेरिकी आव्रजन प्रणाली चरमरा गई है और इसे दुरुस्त करने के लिए विधायी उपाय किए जाने की जरूरत है। ट्रंप (78) ने इस हफ्ते एक चुनावी रैली में हैरिस (60) पर ‘आप्रवासी गिरोहों और अवैध विदेशी अपराधियों’ को अमेरिका में लाने का आरोप लगाया था।
दोनों प्रत्याशियों के बारे में अन्य देशों के अमेरिकी लोगों की राय अलग-अलग है। ज्यादातर लोगों ने आव्रजन बेहद संवेदनशील मुद्दा बताया। कुछ का कहना है, ‘ट्रंप की नीतियां विभिन्न आप्रवासी समुदायों में दहशत पैदा कर रही हैं।’ वहीं इससे दूसरी राय रखने वाले कहते हैं कि ट्रंप अमेरिका में पढ़े-लिखे और शांति पसंद लोगों का स्वागत करना चाहते हैं। प्यू रिसर्च की एक सर्वे रिपोर्ट से पता चलता है कि राष्ट्रपति चुनाव के दोनों उम्मीदवारों के समर्थक सामूहिक निर्वासन के मसले पर जुदा राय रखते हैं, लेकिन सीमा सुरक्षा के मुद्दे पर वे एकमत हैं।
मिशेल ओबामा ने कमला के समर्थन में की रैली
अमेरिका के केलमजू में कमला हैरिस के चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व प्रथम महिला मिशेल ओबामा। - प्रेट्र
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा ने पुरुषों से कमला हैरिस का समर्थन करने की अपील की जिससे वह देश की पहली महिला राष्ट्रपति बन सकें। कमला के समर्थन में मिशिगन में एक रैली में मिशेल ओबामा ने कहा कि यदि डोनाल्ड ट्रंप पुन: राष्ट्रपति बनते हैं तो महिलाओं की जान खतरे में पड़ जाएगी। अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला ने गर्भपात के संवैधानिक अधिकारों को खत्म करने के मुद्दे का जिक्र करते हुए कहा कि यह महिलाओं के स्वास्थ्य से खिलवाड़ है। मिशेल ने कहा कि कुछ पुरुष विकास की धीमी गति के कारण गुस्से में ट्रंप को मतदान कर सकते हैं, लेकिन आपके इस गुस्से का असर बाकी चीजों पर पड़ेगा। इस दौरान कमला ने कहा, ‘हमारे देश में एक ऐसे राष्ट्रपति की चाहत है जो लोगों के बारे में सोचे, उनको समझे और उनके अधिकारों के लिए लड़े।’