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कृषि कानूनों पर हंगामा, कांग्रेस का वॉकआउट

12:24 PM Aug 24, 2021 IST

चंडीगढ़, 23 अगस्त (ट्रिन्यू)

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दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन की गूंज सोमवार को एक बार फिर विधानसभा में सुनने को मिली। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर सदन में हंगामा किया। यह हंगामा भी इसलिए हुआ क्योंकि कांग्रेस ने कृषि कानूनों को लेकर ‘काम रोको प्रस्ताव’ दिया था। कांग्रेसी इस पर चर्चा करवाना चाह रहे थे।  स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने इस प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया। बेरी विधायक रघुबीर सिंह कादियान ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज के दिन यह सबसे बड़ा ज्वलंत मुद्दा है। किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। ये कृषि कानून किसानों के फायदे के लिए नहीं हैं। ऐसे में सरकार को चाहिए कि तीनों कानूनों को रद्द किया जाए और किसानों की समस्याओं को दूर किया जाए।

  विपक्ष के नेता भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि किसानों के साथ संवाद शुरू होना चाहिए। यहां बता दें कि शुक्रवार को भी इस मुद्दे पर सदन में हंगामा हो चुका है। शोक प्रस्ताव के दौरान भी हुड्डा ने उन किसानों को सदन में श्रद्धांजलि दी थी, जिनकी मौत हो चुकी है। स्पीकर जब प्रस्ताव पर चर्चा को राजी नहीं हुए तो कांग्रेसियों ने नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के बीच अधिकांश कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते हुए वेल तक जा पहुंचे। वेल तक पहुंचे विधायकों में हुड्डा व किरण चौधरी शामिल नहीं थे। आखिर में हुड्डा सहित कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया। किरण 

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चौधरी इस दौरान भी मौजूद रहीं और वे स्पीकर से बहस करती रहीं और आखिर में वे भी वॉआउट कर गईं। स्पीकर ने कहा कि कृषि कानूनों का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। ऐसे में इस पर यहां चर्चा नहीं हो सकती।

जलघरों में पानी न होने की जांच के लिए कमेटी

भिवानी और चरखी दादरी जिले में पेयजल संकट पर सोमवार को विधानसभा में खासी गरमा-गरमी हुई। पूर्व मंत्री एवं तोशाम विधायक किरण चौधरी ने आरोप लगाया कि दोनों जिलों के जलघरों में पानी नहीं है। लोगों के सामने बड़ा संकट है। लोहारू विधायक व कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल के साथ किरण की बहस हुई। विवाद इतना बढ़ गया कि सीएम मनोहर लाल खट्टर को हस्तक्षेप करना पड़ा। दरअसल, अपने एरिया में पेयजल संकट को लेकर किरण ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिया था। सीएम की ओर से इस पर सहकारिता मंत्री डॉ़ बनवारी लाल ने जवाब दिया। किरण जब अपने आरोपों पर डटी रही तो सीएम ने सिंचाई विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने का ऐलान किया। सीएम ने कहा कि देवेंद्र सिंह की कमेटी 24 घंटे में स्पीकर को रिपोर्ट सौंपेगी।

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