नगर पालिका की बैठक में हंगामा, हाथापाई की नौबत
महेंद्रगढ़, 19 जून (हप्र)
क्षेत्र में बुधवार को नगरपालिका की बैठक जोरदार हंगामे की भेंट चढ़ गई। बैठक के दौरान पार्षदों के बीच हाथापाई तक की नौबत आ गई। इसके लिए बैठक काे स्थगित कर दिया गया। बैठक स्थगित होने के बाद भी कुछ पार्षदों ने नगर पालिका अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अब 27 जुलाई को फाइनेंस कमेटी तथा 28 जुलाई को नगर पालिका हाउस की बैठक होगी, जिसमें शहर के विकास के मुद्दों को लेकर चर्चा की जाएगी।
बता दें कि, 13 जून को फाइनेंस कमेटी के सदस्यों और पार्षदों को बैठक के लिए सूचना दी गई थी। निर्धारित समय के अनुसार बुधवार सुबह 10.15 बजे बैठक शुरू होनी थी, लेकिन कुछ पार्षद समय पर नहीं पहुंचे जिस कारण बैठक देरी से शुरू हुई। बताया गया कि 11 बजे 9 पार्षद तथा प्रधान की मौजूदगी में कोरम पूरा होने के बाद मीटिंग शुरू की गई। कुछ समय पश्चात अन्य पार्षद भी मीटिंग में पहुंच गए। बैठक के दौरान विकास को छोड़कर अलग एजेंडे को लेकर मीटिंग में वाद विवाद हो गया। पार्षदों के बीच विवाद बढ़ता देख नगर पालिका के प्रधान रमेश सैनी ने मीटिंग को स्थगित कर दिया।
यूं शुरू हुआ था मीटिंग में हंगामा
कोरम के बाद मीटिंग शुरू होने के कुछ समय पश्चात अन्य पार्षद भी पहुंच गए। बैठक में सबसे पहले स्ट्रीट लाइट का मुद्दा उठाया गया। पार्षदों का कहना था कि मार्च में नगर पालिका में स्ट्रीट लाइट रखी हुई हैं, लेकिन अभी तक किसी भी जगह स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई। इस पर जवाब देते हुए एमई दिनेश कुमार ने कहा कि स्ट्रीट लगाने के लिए पोल सहित अन्य सामान की आवश्यकता है, जल्द टेंडर लगाकर स्ट्रीट लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके बाद अन्य मुद्दों को लेकर चर्चा होने लगी। इसी दौरान नगर पालिका के सचिव प्रशांत परासर ने बैठक में मौजूद पार्षदों से हस्ताक्षर करने के लिए कहा लेकिन वार्ड नंबर छह के पार्षद राजेश सैनी ने हस्ताक्षर करने से मना कर दिया।
सचिव ने पार्षदों को बाहर जाने के लिए कहा
नगर पालिका सचिव ने हस्ताक्षर नहीं करने वाले पार्षदों को बैठक से बाहर जाने को कहा। इसी बात को लेकर बहस शुरू हो गई। किसी तरह से मामला थोड़ा शांत हुआ। वार्ड नंबर तीन के पार्षद अशोक सैनी ने अन्य पार्षदों से हस्ताक्षर की बात कहने पर विवाद बढ़ गया। इसी बात को लेकर वार्ड नंबर 14 से पार्षद सुखबीर भड़क गए। उन्होंने अशोक सैनी पर अधिकारियों की पैरवी करने का आरोप लगाया। बैठक में काफी देर तक इस बात को लेकर गहमागहमी रहीं। पार्षदों के बीच हाथापाई तक की नौबत आ गई। इसी दौरान नगर पालिका सचिव बैठक छोड़कर चले गए। इसके पश्चात प्रधान रमेश सैनी ने भी बैठक को स्थगित कर दिया। इसके बाद कुछ पार्षदों ने नगर पालिका के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।