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नगर परिषद बैठक में हंगामा, हटाये सफाई कर्मियों पर बनी सहमति

06:55 AM Jul 23, 2024 IST
कैथल हाउस की बैठक में लगाई निम्न स्तर की स्ट्रीट लाइट की पाइप को हाथ से तोड़कर दिखाती पार्षद सुशीला शर्मा। -हप्र
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* काम पर लौटेंगे कर्मचारी, सुधरेगी शहर की सफाई व्यवस्था

ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 22 जुलाई
कैथल नगर परिषद हाउस की हुई बैठक हंगामेदार रही। शहर की सफाई व्यवस्था एवं डोर टू डोर एजेंसी द्वारा हटाए गए कर्मचारियों के मुद्दे को लेकर हुई बैठक में करवाए जा रहे विकास कार्यों में भ्रष्टाचार व चेयरपर्सन द्वारा ठेकेदार का पक्ष लेने के आरोप लगे।
अच्छी बात रह रही कि हंगामे के बीच हटाए गए सफाई कर्मचारियों को दोबारा काम पर रखने के लिए भी सभी पार्षदों, चेयरपर्सन, सफाई कर्मियों व अधिकारियों की सहमति बन गई और अब उन्हें दोबारा से काम पर रखा जाएगा और शहर की सफाई का काम शुरू होगा।
इससे पूर्व बैठक में भगवद् गीता द्वार, सफाई, स्ट्रीट लाइट सहित अन्य मामलों में हुए भ्रष्टाचार का मुद्दा गरमाया रहा। बैठक में आरोप-प्रत्यारोपों का सिलसिला चलता रहा। बैठक में मजेदार बात यह रही कि वार्ड नंबर 11 से पार्षद सुशीला शर्मा स्ट्रीट लाइट में हुए घोटाले को साबित करने के लिए हाउस की बैठक में स्ट्रीट लाइट में गली पाइप, बिजली का स्विच, बिजली की तार लेकर पहुंची। उन्होंने स्ट्रीट लाइट में लगी निम्न स्तर की पाइप को हाउस की बैठक में सभी पार्षदों के सामने हाथ से तोड़कर दिखा दिया। पार्षद का आरोप था कि खंभों पर लगी लाइट में जो पाइप या रॉड लगाई गई है वह 160 रुपए की है, जबकि बिल 460 रुपए के चढ़ाए गए हैं।
इसी प्रकार 5 रुपये के स्विच के बिल 25 रुपये का चढ़ाया गया है। इसी प्रकार लाइट में तार 4 एमएम की लगी है, जोकि 1.5 एमएम की लगी हुई होनी चाहिए। पार्षद सुशीला द्वारा लगाए गए इन सभी आरोपों पर चेयरपर्सन सुरभि गर्ग चुप बैठी रहीं। वार्ड नंबर 28 से पार्षद मोहन लाल शर्मा ने डोर टू डोर सफाई व्यवस्था, टिपर के पैसों में ठेकेदार द्वारा की जा रही गड़बड़ी को जोरशोर से उठाया। उन्होंने शहर की जनसंख्या के हिसाब से टिपरों की समस्याओं को उठाया।

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कैथल में नगर परिषद द्वारा बनाया गया भगवद् गीता द्वार, जिसमें भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। -हप्र

उन्होंने कहा कि कूड़ा उठाने के लिए चाहिए कम से कम 100 टिपर, जबकि हैं मात्र 31, ऐसे में भला शहर कैसे साफ रहेगा।
सीसीटीवी कैमरों में चल रही गड़बड़ी की भी बात चली। इसके बाद पार्षद मोहन लाल शर्मा ने नगर परिषद के अधिकारियों पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि 10 आईडी ऐसी हैं, जिनका नगर परिषद में पैसा जमा नहीं हुआ और एनडीसी जारी कर दी गई है।
उन्होंने अधिकारियों पर सरेआम भ्रष्टाचार के आरोप जड़े। वार्ड नंबर 4 से पार्षद महेश कुमार ने आरोप लगाया कि यहां भगवद् गीता द्वार बनाने में घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि गेट के द्वार पर जो भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति लगाई गई है, वह मूर्ति 3 लाख से अधिक की नहीं है जबकि वह 12 लाख रुपए की दिखाई गई है। हालांकि पार्षद की बात सुनकर चेयरपर्सन सुरभि गर्ग स्वयं हैरान थीं। उन्होंने शहीद उधम सिंह पार्क की बदहाली का मुद्दा भी उठाया। चेयरपर्सन सुरभि गर्ग द्वारा निजि संस्थाओं को पैसा देने का भी बैठक में विरोध हुआ।

कुत्तों, बंदरों के आतंक के मुुद्दे पर पार्षद आमने-सामने

निराश्रय गायों, सांड, कुत्तों, बंदरों के आतंक को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई। बैठक में आवारा कुत्तों व बंदरों को पकड़ने की बात पर छिड़ी बहस में पार्षद सुशीला शर्मा व शमशेर सिंह फौजी सहित कई पार्षद आमने सामने हो गए। सुशीला शर्मा ने आवारा पशुओं से हो रही दुर्घटनाओं का जिक्र किया। पार्षद राजेश सहित अन्य कई पार्षदों ने शहर के नालों की सफाई के लिए मशीन खरीदने का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव का सभी से हाथ उठाकर समर्थन किया।

सवालों के जवाब अगली बैठक में देंगी चेयरपर्सन

मीडिया से बात करते हुए चेयरपर्सन सुरभि गर्ग ने कहा कि अन्य शहरों की तुलना में कैथल शहर में बहुत सफाई है। जहां सफाई की समस्या है, अब कर्मचारियों के काम पर आने के बाद एक-दो दिन बात शहर की रंगत बदल जाएगी। उन्होंने निराश्रय पशुओं की समस्या पर बोलते हुए कहा कि कुछ दिन बाद जींद रोड पर गौशाला बनकर तैयार हो जाएगी। इससे समस्या का समाधान होगा। बैठक में पार्षदों द्वारा जिन सवालों के जवाब मांगे गए हैं, उन सवालों का जवाब अगली बैठक में दे दिया जाएगा।

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