Union Budget 2025-26: निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2025-26 से पहले वित्त मंत्रालय पहुंचीं
नई दिल्ली, 1 फरवरी (एजेंसी)
Union Budget 2025-26: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार सुबह नॉर्थ ब्लॉक स्थित वित्त मंत्रालय पहुंचीं। आज वह सदन में सुबह 11 बजे अपना लगातार आठवां केंद्रीय बजट पेश करेंगी। इस बजट में सरकार की राजकोषीय नीतियों, कर सुधारों, राजस्व-व्यय प्रस्तावों और अन्य महत्वपूर्ण घोषणाओं का विवरण होगा।
इससे पहले शुक्रवार को संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया गया, जिसमें वित्तीय वर्ष 2025-26 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.3 से 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया। सर्वेक्षण के अनुसार, देश की आर्थिक स्थिति मजबूत बनी हुई है, जिसमें स्थिर विदेशी खाता, राजकोषीय संतुलन और निजी खपत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
औद्योगिक विकास और एमएसएमई पर जोर
सरकार ने लंबी अवधि के औद्योगिक विकास को गति देने के लिए अनुसंधान एवं विकास (R&D), सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSMEs) और पूंजीगत वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बनाई है। इन प्रयासों का उद्देश्य उत्पादकता, नवाचार और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना है।
महंगाई और विदेशी मुद्रा भंडार पर सर्वेक्षण के निष्कर्ष
आर्थिक सर्वेक्षण में यह भी बताया गया है कि चौथी तिमाही (Q4) में खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट आने की संभावना है। सब्जियों के मौसमी दामों में कमी और खरीफ फसल की आवक महंगाई को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। हालांकि, प्राकृतिक आपदाओं और अंतरराष्ट्रीय कृषि कीमतों में वृद्धि से मुद्रास्फीति पर असर पड़ सकता है।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार मजबूत स्थिति में बना हुआ है, जो देश के 90 प्रतिशत बाहरी ऋण को कवर करता है और दस महीने से अधिक के आयात के लिए पर्याप्त है। जनवरी 2024 में 616.7 बिलियन डॉलर के स्तर से यह सितंबर 2024 में 704.9 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया था, हालांकि जनवरी 2025 तक यह 634.6 बिलियन डॉलर हो गया। पूंजी प्रवाह में स्थिरता ने भारत की बाहरी मजबूती बनाए रखने में मदद की है।
औपचारिक रोजगार में वृद्धि
सर्वेक्षण के अनुसार, औपचारिक रोजगार में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) में नए सब्सक्राइबर्स की संख्या वित्त वर्ष 2018-19 में 61 लाख थी, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 131 लाख हो गई।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वित्त वर्ष 2025-26 के आम बजट को दी मंजूरी
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वित्त वर्ष 2025-26 के आम बजट को शनिवार को मंजूरी दे दी। यह नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा बजट होगा।
सीतारमण इस बार भी पेश करेंगी कागज रहित बजट
निर्मला सीतारमण एक बार फिर पारंपरिक ‘बही-खाता' शैली की थैली में लिपटे एक डिजिटल टैबलेट के जरिये शनिवार को अपना लगातार आठवां बजट पेश करेंगी। भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री सीतारमण ने जुलाई, 2019 में बजट ब्रीफकेस ले जाने की औपनिवेशिक परंपरा को तोड़ा था और इसके बजाय केंद्रीय बजट के कागजात ले जाने के लिए पारंपरिक ‘बही-खाते' का विकल्प चुना था।
इसके अगले वर्ष भी उन्होंने यह परंपरा जारी रखी और वैश्विक महामारी से प्रभावित 2021 में उन्होंने अपने भाषण और अन्य बजट दस्तावेजों को ले जाने के लिए पारंपरिक कागजात की जगह डिजिटल टैबलेट का इस्तेमाल किया। वह शनिवार को भी इस परंपरा को जारी रखती नजर आईं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने जाने से पहले सीतारमण नॉर्थ ब्लॉक कार्यालय के बाहर अपने अधिकारियों के साथ नजर आईं। इस मौके पर उन्होंने ‘क्रीम' रंग की साड़ी पहनी हुई थी। बजट को डिजिटल प्रारूप में पेश करने के लिए उनके हाथ में ब्रीफकेस की जगह टैबलेट था। टैबलेट को ब्रीफकेस के बजाय सुनहरे रंग के राष्ट्रीय प्रतीक के साथ एक लाल कवर के अंदर रखा गया था।
अप्रैल, 2025 से शुरू होने वाले वित्त वर्ष 2025-26 के लिए उनका बजट 2014 के बाद से नरेंद्र मोदी सरकार के तहत लगातार 14वां बजट है, जिसमें 2019 और 2024 में आम चुनाव से पहले पेश किए गए दो अंतरिम बजट शामिल हैं।