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युद्ध से निकलने का रास्ता तलाशें यूक्रेन, रूस

08:05 AM Aug 24, 2024 IST
युद्ध से निकलने का रास्ता तलाशें यूक्रेन  रूस
कीव में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की। -प्रेट्र

कीव, 23 अगस्त (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यहां यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ व्यापक वार्ता की। उन्होंने यूक्रेन और रूस के बीच जारी संघर्ष का समाधान निकालने के लिए एक-दूसरे से बातचीत की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारत, शांति के हर प्रयास में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री ने जेलेंस्की को भरोसा दिलाते हुए कहा, ‘अगर मैं व्यक्तिगत रूप से इसमें योगदान दे सकता हूं तो ऐसा जरूर करना चाहूंगा।’
वार्ता के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘दोनों पक्षों को एक साथ बैठना चाहिए और उन्हें इस संकट से बाहर आने के रास्ते तलाशने होंगे। आज मैं यूक्रेन की धरती पर आपके साथ शांति और आगे बढ़ने के मार्ग पर विशेष रूप से चर्चा करना चाहता हूं।’ उन्होंने कहा, मैं आपको एवं पूरे विश्व समुदाय को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि यह भारत की प्रतिबद्धता है और हम मानते हैं कि संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान हमारे लिए सर्वोपरि है।
प्रधानमंत्री ने अपनी रूस यात्रा का भी जिक्र किया और कहा कि उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा था कि यह युद्ध का समय नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मैंने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि किसी भी समस्या का समाधान कभी भी रणभूमि में नहीं होता है। समाधान केवल बातचीत, संवाद और कूटनीति के माध्यम से होता है और हमें समय बर्बाद किए बिना उस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।’ मोदी की कीव यात्रा को कई हलकों में कूटनीतिक संतुलन के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि उनकी रूस यात्रा से पश्चिमी देशों में नाराजगी पैदा हो गई थी। कीव की यात्रा से लगभग छह सप्ताह पहले मोदी ने रूस की यात्रा की थी।

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चार समझौतों पर हस्ताक्षर

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच चर्चा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा द्विपक्षीय संबंधों के लिए समर्पित था। व्यापार, आर्थिक मुद्दों, रक्षा, औषधि, कृषि और शिक्षा पर चर्चा हुई। वार्ता के बाद भारत और यूक्रेन ने चार समझौतों पर हस्ताक्षर किये। इनसे कृषि, खाद्य उद्योग, चिकित्सा, संस्कृति और मानवीय सहायता के क्षेत्रों में सहयोग सुनिश्चित होगा।

मासूमों को श्रद्धांजलि देते वक्त हुए भावुक

यूक्रेन के 1991 में स्वतंत्र होने के बाद यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की देश की पहली यात्रा है। प्रधानमंत्री मोदी पोलैंड से एक विशेष ट्रेन में कीव पहुंचे और यूक्रेन के पहले उपप्रधानमंत्री ने उनकी अगवानी की। हयात होटल पहुंचने पर भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके तुरंत बाद मोदी ने यूक्रेन राष्ट्रीय संग्रहालय में शहीदों पर आधारित एक मल्टी-मीडिया प्रदर्शनी का मुआयना किया, जहां यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और प्रधानमंत्री नेे गर्मजोशी से हाथ मिलाया और गले लगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि संघर्ष में जान गंवाने वाले बच्चों की याद में स्थापित मार्मिक प्रदर्शनी देखकर प्रधानमंत्री का मन भर आया। उन्होंने शोक जताया और मारे गए बच्चों को याद करते हुए वहां एक खिलौना रखा। रूस ने 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन पर हमला किया था। उसके बाद से दोनों देशों के बीच युद्ध जारी है।

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नयी सैन्य सहायता भेजेगा अमेरिका

राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन यूक्रेन को लगभग 12.5 करोड़ डालर की नयी सैन्य सहायता भेजेगा। अमेरिकी अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

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