‘उधम सिंह कंबोज की शहादत को पूरा सम्मान नहीं मिला’
जगाधरी, 24 नवंबर (हप्र)
बलिदानी उधम सिंह की कुर्बानी को राज्य व केंद्र सरकार की ओर से अभी तक पूरा सम्मान नहीं मिल पाया है। बलिदानी उधम सिंह ने जलियांवाला बाग की शर्मनाक घटना का बदला लेने के लिए अंग्रेजों के घर में घुसकर गवर्नर माइकल डायर को मौत के घाट उतार कर भारतीयों का सिर गर्व से उंचा किया था।
उनकी बलिदानी को पूरा देश जाने इसी उद्देश्य से जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है। उक्त शब्द बलिदानी उधम सिंह के पड़पौत्र हरदयाल सिंह कांबोज ने रविवार को भाजपा नेता एवं पूर्व पार्षद घसीटू राम कांबोज के घर पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहे। हरदयाल सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार में बलिदानी उधम सिंह को पूरा सम्मान नहीं मिल पा रहा है। उनकी जन्मभूमि की बात करें या फिर राज्य में प्रतिमा लगाने की। पंजाब सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।
हरदयाल सिंह कंबोज ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिठ्ठी लिखकर मांग की है कि जिस प्रकार से लोकसभा व राज्यसभा में अन्य बलिदानियों की प्रतिमाएं लगाई गई हैं, शहीद उधम सिंह कंबोज की प्रतिभा भी लोकसभा में लगाई जाए। उन्होंने कहा कि अभी तक इस बारे में संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि यमुनानगर में कांबोज बिरादरी के सदस्यों को उधम सिंह पर आधारित साहित्य वितरित किया गया है ताकि युवा पीढ़ी को उधम सिंह के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिल सके। एक सवाल के जवाब में हरदयाल सिंह कंबोज ने कहा कि कुछ जाति विशेष के लोग उधम सिंह को अपने धर्म का बताकर गलत प्रचार कर रहे हैं, जो कि गलत है। उनका जन्म स्थान भी बदला जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बलिदानियों की कोई बिरादरी नहीं होती, लेकिन उन्हें मान है कि उधम सिंह कांबोज जाति में पैदा हुए हैं। उधम सिंह पर आधारित साहित्य में उधम सिंह की जाति के सभी सबूत उपलब्ध करवाए गए है।
साथ ही उनकी पांच पीढ़ियों का ब्योरा दिया गया है। इस अवसर पर कमेटी चेयरमैन केसर सिंह, रघुबीर सिंह, बलजीत सिंह, घसीटू राम कंबोज, ईश्वर कांबोज, कवंरपाल कांबोज, तरसेम सिंह आदि भी मौजूद रहे। घसीटू राम कंबोज के परिवार ने हरदयाल सिंह कंबोज को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।