Udaipur: उदयपुर पैलेस के बाहर तनाव, नवनियुक्त राजपरिवार प्रमुख विश्वराज सिंह को प्रवेश से रोका
जयपुर, 25 नवंबर (एजेंसी)
Udaipur City Palace: उदयपुर स्थित सिटी पैलेस के बाहर तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक और नवनियुक्त मेवाड़ राजपरिवार प्रमुख विश्वराज सिंह और उनके समर्थकों को महल में प्रवेश से रोक दिया गया।
विश्वराज सिंह को सोमवार सुबह चित्तौड़गढ़ किले में एक समारोह के दौरान मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार का प्रमुख घोषित किया गया था। यह पद उन्हें उनके पिता महेंद्र सिंह मेवाड़ के हालिया निधन के बाद सौंपा गया, लेकिन इस अवसर पर महेंद्र सिंह मेवाड़ और उनके छोटे भाई अरविंद सिंह मेवाड़ के बीच लंबे समय से चल रहे पारिवारिक विवाद की छाया पड़ गई।
अरविंद सिंह, जो श्री एकलिंगजी ट्रस्ट के अध्यक्ष और प्रबंध न्यासी हैं, ने सार्वजनिक नोटिस जारी कर विश्वराज सिंह के सिटी पैलेस और एकलिंगनाथ मंदिर में प्रवेश को लेकर आपत्ति जताई। दोनों स्थल ट्रस्ट के नियंत्रण में हैं। उन्होंने स्थानीय मीडिया में प्रकाशित नोटिस में चेतावनी दी कि यदि विश्वराज सिंह और उनके समर्थकों ने महल या मंदिर में प्रवेश का प्रयास किया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
#WATCH | Udaipur, Rajasthan: Dispute within the former royal family turned violent as supporters of BJP MLA Vishvaraj Singh Mewar, who was crowned as the 77th Maharana of Mewar, clashed with City Palace representatives, leading to stone-pelting.
After the coronation ceremony… pic.twitter.com/4KU6nASAUE
— ANI (@ANI) November 25, 2024
महल के बाहर पथराव और भारी पुलिस तैनाती
विश्वराज सिंह ने चित्तौड़गढ़ में अनुष्ठान के बाद सिटी पैलेस और एकलिंगनाथ मंदिर जाने का प्रयास किया, लेकिन भारी पुलिस तैनाती के कारण उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। समर्थकों और पुलिस के बीच हल्की झड़पें भी हुईं। स्थिति को संभालने के लिए उदयपुर कलेक्टर अरविंद पोस्वाल और एसपी योगेश गोयल ने दोनों पक्षों से बातचीत की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका।
तनावपूर्ण स्थिति में प्रशासन का कदम
स्थिति को देखते हुए पुलिस ने अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट को रिपोर्ट भेजकर सिटी पैलेस के एक क्षेत्र में रिसीवर नियुक्त करने की सिफारिश की है। विश्वराज सिंह ने पैलेस में प्रवेश न मिलने के बाद अपने समर्थकों के साथ जगदीश चौक पर डेरा डाल दिया, जो सिटी पैलेस से कुछ ही दूरी पर है। यह पारिवारिक विवाद न केवल मेवाड़ के राजपरिवार की गरिमा पर सवाल खड़े करता है, बल्कि ऐतिहासिक धरोहरों और परंपराओं के भविष्य को भी प्रभावित कर सकता है।