एएमसी रिन्यू न होने से दो तिहाई सीसीटीवी कैमरे बंद
पंकज अरोड़ा/निस
पिपली (कुरुक्षेत्र), 29 जनवरी
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र की तीसरी आंख यानी सीसीटीवी कैमरे लंबे अरसे से महज इसलिए खराब है कि उनका एएमसी यानी एनुअल मेंटेनेंस कांट्रेक्ट खत्म हो गया है। एनुअल मेंटेनेंस कांट्रेक्ट कब दोबारा होगा इसका जवाब कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारी के पास नही था। गौरतलब है कि धर्मनगरी में अलग अलग स्थानों पर लगे दो तिहाई सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार धर्म नगरी के विभिन्न चौक चौराहों पर 207 कैमरे लगे हुए हैं लेकिन सोमवार को सिर्फ 54 कैमरे ही काम कर रहे हैं, जिसकी रोजाना स्टेटस रिपोर्ट कंट्रोल रूम से जाती है, महीनों से यह रिपोर्ट आला अधिकारfयों के पास जा रही है लेकिन प्रशासन बेपरहवाह नजर आ रहा हैै।
बड़ी बात यह भी है कि प्रतिमाह रोड सेफ्टी की होने वाली बैठक में सीसीटीवी कैमरे का मुद्दा जोर-जोर से उठता है, हर बार बड़ी बड़ी बातें होती है लेकिन मामला फाइलों में दफन हो जाता है।
बताया जाता है कि यह कैमरे केडीबी ने लगाए थे लेकिन बाद में इसे नगर परिषद को सौंप दिया गया था। नगर परिषद द्वारा इसके रखरखाव की जिम्मेदारी है जिसे लेकर लापरवाही बरती जा रही है। सोमवार को कंट्रोल रूम में बैठे संजीव ने पुष्टि की कि आज 150 से अधिक कैमरे बंद पड़े हैं। जिसकी स्टेटस रिपोर्ट रोजाना की तरह आज भी अधिकारियों को भेज दी गयी है।
कहां चल रहे हैं कैमरे
कंट्रोल रूम से जब इस बारे पड़ताल की गई तो पता चला कि नया बस अड्डा, मोहन नगर चौक, थर्ड गेट, बीआर चौक व सिंधी स्वीट हाउस के आसपास लगे कैमरे चल रहे हैं।
कुरुक्षेत्र के कंडा चौक, सर्किट हाउस, छोटा बाजार आदि क्षेत्र के कैमरे वर्किंग कंडीशन में है, हालांकि कैमरों की देखरेख हेतु उपायुक्त कार्यालय में जो कंट्रोल रूम बनाया गया है वहां तीन लोग कार्यरत हैं। हैरानी की बात यह भी है कि नगर में कोई भी कैमरा नाइट विजन नहीं है।
प्रशासन के दावे
कुरुक्षेत्र के डीएमसी पंकज सेतिया ने कहा कि अधिकांश कैमरे शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रपोजल बनाया जा रहा है कि निकट भविष्य में ए.आई कैमरे लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि आधुनिक सॉफ्टवेयर से लैस यह कैमरे हाईटेक होंगे, जिससे बिना हेलमेट वाले वाहन चालकों तथा रेड लाइट का उल्लंघन करने वाले लोगों की आसानी से पहचान हो पायेगी।