पार्टी के दो कद्दावर नेता मंत्री पद न मिलने से दो-दो हाथ करने के मूड में
ज्ञान ठाकुर/हप्र
शिमला, 10 अगस्त
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की आने वाले दिनों में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मंत्री पद न मिलने से खफा कांग्रेस पार्टी के ही दो कद्दावर नेता सुधीर शर्मा और राजेंद्र राणा ने अब मुख्यमंत्री से ही दो-दो हाथ कर लेने के संकेत दिए हैं। राजेंद्र राणा व सुधीर शर्मा के सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्ट से संकेत मिल रहे हैं कि सुक्खू का आने वाले दिनों में राजनीतिक सफर आसान नहीं होगा। सोशल मीडिया पर वायरल राजेंद्र राणा की पोस्ट में जहां पांडवों द्वारा मांगे गए 5 गांवों का जिक्र है, वहीं सुधीर शर्मा की पोस्ट में अर्जुन के गांडीव व भीलों का उल्लेख है।
गौरतलब है कि इससे पहले हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह व कांग्रेस विधायक कुलदीप राठौर भी कांग्रेस सरकार व संगठन में तालमेल की कमी की बात कह चुके हैं। राजेंद्र राणा पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह के करीबी रहे हैं। वह कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे हैं। राणा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रो. प्रेम कुमार धूमल को पराजित किया था। इसके बाद वह 2022 का चुनाव भी जीते। लगातार दो चुनाव जीतने के बाद उन्हें मंत्री पद की दौड़ में माना जा रहा था। मगर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिले से होने व हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से ही उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के होने की वजह से मंत्री पद राजेंद्र राणा से दूर हो गया। बहरहाल, राजेंद्र राणा की फेसबुक पोस्ट चर्चा का विषय बन गई है।
कमोवेश यही स्थिति सुधीर शर्मा के मामले में भी है। वह पूर्व वीरभद्र सरकार में मंत्री रह चुके हैं। उनके पिता स्व. संत राम भी कांग्रेस सरकारों में मंत्री रहे। मगर इस बार राजनीतिक हालात व समीकरण कुछ इस तरह बने कि सुधीर शर्मा को मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है।
ये कहा राजेंद्र राणा ने सोशल मीडिया पोस्ट में
जो विवादों से दूर रहते हैं, वही दिलों पर राज करते हैं,
जो विवादों में उलझ जाते हैं, वे अकसर दिलों से भी उतर जाते हैं।
पोस्ट में महाभारत का प्रसंग : पांडवों ने सिर्फ पांच गांव ही तो मांगे थे और दुर्योधन ने सुई की नोक के बराबर भी जमीन देने से इंकार कर दिया था। एक जिद ने महाभारत रच दिया। सुकून भरी जिंदगी के लिए विवादों से दूरी है बेहद जरूरी।
सुधीर शर्मा ने क्या कहा अपनी पोस्ट में
तुलसी नर का क्या बड़ा, समय बड़ा बलवान।
भीलां लूटी गोपियां, वही अर्जुन वही बाण॥
आचार्य तुलसीदास के दोहे का तात्पर्य है कि समय ही व्यक्ति को सर्वश्रेष्ठ और कमजोर बनाता है। अर्जुन की गांडीव की टंकार से महाभारत के बड़े-बड़े योद्धा घबराते थे, मगर उनका वक्त बदला तो उसी के सामने भीलों ने गोपियों को लूट लिया।