अफसरों को ठगने वाले दो नाइजीरियाई गिरफ्तार
चंडीगढ़, 7 जुलाई (एजेंसी)
कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ नौकरशाह बनकर सरकारी अधिकारियों और अन्य लोगों से कथित तौर पर ठगी करने के आरोप में नाइजीरिया मूल के दो नागरिकों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव के मुताबिक, आरोपी कथित तौर पर व्हाट्सएप पर खुद को वीवीआईपी बताकर लोगों को संदेश भेजते थे, जिनमें ज्यादातर सरकारी अधिकारी होते थे। आरोपी उनसे उपहार कार्ड और डिजिटल वॉलेट भुगतान के रूप में वित्तीय सहायता मांगते थे। उन्होंने कहा कि अपने व्हाट्सएप प्रोफाइल को असली दिखाने के लिए वह वीवीआईपी अधिकारियों की फोटो प्रोफाइल पिक्चर में लगाकर रखते थे। यादव ने एक बयान में कहा, नाइजीरिया के लागोस के निवासी और वर्तमान में दिल्ली में रहने वाले एनिओक हाइगिनस ओक्वुडिली उर्फ पोका और फ्रैंकलिन उर्फ विलियम ने पंजाब के कैबिनेट मंत्री, डीजीपी, मुख्य सचिव और अन्य आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के रूप में कथित तौर पर कई लोगों को ठगा है। पुलिस ने उनके पास से महंगी घड़ियां, मोबाइल फोन, लैपटॉप, एक डेबिट कार्ड और पासपोर्ट बरामद किया है।
व्हाट्एसएप खातों को नाइजीरिया से किया था हैक
पुलिस महानिरीक्षक (साइबर अपराध) आर के जायसवाल ने बताया कि पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस की टीमों ने नयी दिल्ली में विकास पुरी के पास स्थित एक एटीएम से पैसे निकालने के दौरान एनिओक को रंगेहाथ पकड़ने में कामयाबी हासिल की। जायसवाल ने कहा, ‘व्हाट्सएप खातों को नाइजीरिया से हैक किया गया था और वह (एनिओक) देश के विभिन्न हिस्सों में नकली दस्तावेज़ का उपयोग करके खोले गए बैंक खातों से एटीएम कार्ड से पैसे निकालता था। पैसा फिर सरगना फ्रैंकलिन को सौंप दिया जाता था जो आगे पैसे को इलेक्ट्रॉनिक रूप से नाइजीरिया में स्थानांतरित करता था।’उन्होंने कहा कि पीछा करने के बाद दोनों राज्यों की टीमों द्वारा संयुक्त अभियान में फ्रैंकलिन को भी गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि लगभग 108 जीबी डेटा की बरामदगी के साथ सरगना की गिरफ्तारी से कई लाख रुपये प्रतिदिन के वित्तीय लेनदेन का खुलासा हुआ। अधिकारी ने बताया, ‘नकली आईडी और लेनदेन के स्क्रीनशॉट वाली जानकारी को मादक पदार्थों के संबंध और हवाला लेनदेन की आगे की जांच के लिए फोरेंसिक विश्लेषण के लिए भेजा गया है।’