शेख हसीना के खिलाफ हत्या के दो नये केस दर्ज
ढाका, 19 अगस्त (एजेंसी)
बांग्लादेश में विवादित आरक्षण प्रणाली के खिलाफ आंदोलन के दौरान दो लोगों की मौत के मामले में देश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी सरकार के पूर्व मंत्रियों के खिलाफ हत्या के दो नये मामले दर्ज किए गए हैं। मीडिया में सोमवार को आई एक खबर में यह जानकारी दी गई।
सरकारी समाचार एजेंसी बीएसएस की खबर के अनुसार, राजधानी के मीरपुर इलाके में लिटन हसन लालू उर्फ हसन और शेर-ए-बांग्ला नगर इलाके में तारिक हुसैन की हत्या के लिए अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं।
शेख हसीना ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बाद पांच अगस्त को त्यागपत्र दे देकर देश छोड़ दिया था। लिटन के भाई ने ढाका मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मेंहदी हसन की अदालत में हसीना, पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल, पूर्व पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) अब्दुल्ला अल मामून समेत 148 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। मामले के दस्तावेजों के अनुसार, लिटन चार अगस्त को मीरपुर इलाके में छात्र आंदोलन के तहत एक शांतिपूर्ण जुलूस में शामिल हुआ था।
दोपहर करीब दो बजे हसीना की अवामी लीग पार्टी के लोगों ने जुलूस पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे हसन घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई। वहीं, तारिक की मां फिदुशी खातून ने हसीना, पूर्व सड़क, परिवहन एवं पुल मंत्री ओबैदुल कादर, पूर्व गृह मंत्री कमाल, पूर्व विदेश मंत्री हसन महमूद और सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री मोहम्मद अली अराफात सहित 13 लोगों के खिलाफ एक और मामला दर्ज कराया।
ढाका ट्रिब्यून अखबार की खबर के अनुसार, रविवार देर रात मोहम्मद मिलन की पत्नी शहनाज बेगम ने एक और हत्या का मामला दर्ज कराया। मिलन की 21 जुलाई को स्थानीय मछली बाजार से घर लौटते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में हसीना, पूर्व मंत्री कादर, पूर्व विधायक शमीम उस्मान और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान सहित 62 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
आरोप है कि हसीना, कादर और असदुज्जमां ने प्रदर्शनकारी छात्रों और आम लोगों पर गोलीबारी व हमला करने का आदेश दिया। उस समय मछली बाजार से घर लौट रहे मिलन के सीने में गोली लगी।