ट्रंप ने तुलसी गबार्ड को चुना इंटेलिजेंस प्रमुख
अजय बनर्जी/ट्रिन्यू
नयी दिल्ली, 14 नवंबर
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हिंदू अमेरिकी तुलसी गबार्ड को राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में चुना है। यह निर्णय भारत के लिए शुभ संकेत है, क्योंकि गबार्ड दोनों देशों के बीच खुफिया जानकारी साझा करने की व्यवस्था को सुचारु बनाने में मदद कर सकती हैं। अमेरिकी सेना की पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल गबार्ड हवाई से हैं। वर्ष 2013 में वह उस समय सुर्खियों में आई थीं, जब अमेरिकी कांग्रेस में चुने जाने के बाद उन्होंने भगवद गीता के साथ शपथ ली थी। गबार्ड, उनके माता-पिता या दादा-दादी भारत मूल के नहीं हैं। उनकी मां, कैरोल पोर्टर गबार्ड ने हिंदू धर्म अपनाया और तुलसी उनके नक्शेकदम पर चलीं। गबार्ड के लिए यह नियुक्ति भाग्य बदल देने वाली है। वह डेमोक्रेट के रूप में अमेरिकी कांग्रेस के लिए चुनी गई थीं, लेकिन अक्तूबर 2022 में उन्होंने पार्टी छोड़ दी। बाद में वह रिपब्लिकन में शामिल हो गईं और ट्रंप का समर्थन किया।
ट्रंप ने घोषणा की, ‘मुझे यह ऐलान करते हुए काफी खुशी हो रही है कि पूर्व सांसद लेफ्टिनेंट कर्नल तुलसी गबार्ड डीएनआई के रूप में सेवाएं देंगी। दो दशकों से अधिक समय तक तुलसी ने हमारे देश और सभी अमेरिकियों की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी है।’