ट्रूडो के आरोप शर्मनाक : अमेरिकी विशेषज्ञ
वाशिंगटन (एजेंसी)
अमेरिका के एक विशेषज्ञ ने भारत पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को शर्मनाक और निंदनीय करार देते हुए अमेरिका से इसका हिस्सा न बनने का आग्रह किया है। हडसन इंस्टीट्यूट थिंक-टैंक में आयोजित एक पैनल चर्चा में अमेरिकन इंटरप्राइज इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ फेलो माइकल रुबिन ने दावा किया कि ट्रूडो उन लोगों के हाथों की कठपुतली बन रहे हैं, जो खालिस्तानी आंदोलन को अहं और लाभ के आंदोलन के रूप में देखते हैं।
ऑस्ट्रेलिया ने बताया ‘चिंताजनक’
संयुक्त राष्ट्र (एजेंसी) : ऑस्ट्रेलिया ने कनाडा के आरोपों को चिंताजनक बताया और कहा कि कैनबरा ‘इससे जुड़े घटनाक्रम पर करीबी नजर बनाए हुए है’ तथा उसने भारतीय समकक्षों के सामने यह मुद्दा उठाया है। ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में यह टिप्पणी की। उधर, लंदन में ब्रिटिश सिख सांसदों- प्रीत कौर गिल और तनमंजीत सिंह ढेसी ने भी ट्रूडो के आरोपों को चिंताजनक करार दिया है। उन्होंने कहा, ‘यह महत्वपूर्ण है कि कनाडा अपनी जांच करे और जिम्मेदार लोगों को सजा मिले।’