रेजांगला के शहीदों को दी श्रद्धांजलि
गुरुग्राम, 18 नवंबर (हप्र)
साल 1962 के भारत-चीन युद्ध में 114 शहीदों को शनिवार को विशेष श्रद्धांजलि दी गई। इन योद्धाओं को याद करने के लिए पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) दिल्ली से वरिष्ठ पूर्व सैनिक एकत्रित हुए। कार्यक्रम का एक मुख्य आकर्षण ‘फॉरगॉटन वॉरियर्स’ पुस्तक का लोकार्पण था। डॉ. टीसी राव द्वारा लिखित पुस्तक, रेजांगला की लड़ाई के दौरान सैनिकों की बहादुरी और बलिदान का एक इतिहास है।
‘फॉरगॉटन वॉरियर्स’ पुस्तक को शहीदों को समर्पित करके, उनका उद्देश्य उनकी विरासत को संरक्षित करना और भावी पीढ़ियों को उनके बलिदान को याद करने और उसका सम्मान करने के लिए प्रेरित करना था। शहीद फाउंडेशन के संयोजक डॉ. टी.सी. राव ने कहा कि रेजांगला दिवस के महत्व और सैनिकों द्वारा किए गए बलिदानों को याद करने के महत्व के बारे में बात की।
इस कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट जनरल सत्यवीर यादव, एडमिरल पारसनाथ, कमांडर उदयबीर, विंग कमांडर पांडे, ग्रुप कैप्टन शुक्ला और कर्नल महाबीर यादव सहित कई विशिष्ट अतिथियों ने भी संबोधित किया।
प्रत्येक वक्ता ने रेजांगला की लड़ाई और उसमें लड़ने वाले सैनिकों पर अपने विचार और अंतर्दृष्टि साझा की। उन्होंने शहीदों द्वारा प्रदर्शित अदम्य भावना और अटूट दृढ़ संकल्प पर प्रकाश डाला, जो राष्ट्र के प्रति नि:स्वार्थ सेवा और समर्पण का एक शानदार उदाहरण था। रेजांगला युद्ध स्मारक पर रेजांगला दिवस एक मार्मिक और महत्वपूर्ण कार्यक्रम था, जो रेजांगला की लड़ाई के 114 शहीदों को याद करने के लिए समर्पित था। इस अवसर पर मुख्य रूप से ले. जनरल रविन्द्र यादव, मेजर जनरल एस पी यादव, कर्नल देवेन्द्र चोटानी, कर्नल महा सिंह, विंग कमांडर वी पी यादव, कमोडोर सतीश नायर, कमांडर साकेत सिंह, कर्नल सुभाष चंद, कमांडेंट बी आर यादव, कर्नल मुन्नी लाल, कर्नल ईश्वर यादव, ब्रिगेडियर आर के यादव, कर्नल एस बत्रा, ब्रिगेडियर जे.के. झा, कर्नल ओ पी यादव, कर्नल हरबीर सिंह, ग्रुप कैप्टन जगमाल सिंह, कर्नल सोहन लाल, मेजर एस एन यादव, मनमोहन यादव व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।