शहीद गुलाब सिंह सैनी की शहादत को किया नमन
कैथल (हप्र)
मूनलाइट पब्लिक स्कूल में बृहस्पतिवार को शहीद गुलाब सिंह सैनी की शहादत दिवस पर उन्हें नमन किया गया। विद्यालय के एमडी पालाराम सैनी ने बताया कि गुलाब सिंह सैनी का जन्म बल्लभगढ़ के एक साधारण किसान परिवार में हुआ। वे राजा नाहर सिंह की सेना में भर्ती हुए और अपनी बहादुरी से सेनापति और सलाहकार बन गए। मई, 1857 को जब मेरठ व अंबाला से अंग्रेज सेना दिल्ली पर कब्जा करने आई थी तो राजा नाहर सिंह और सेनापति गुलाब सिंह सैनी ने अंग्रेजों से मुकाबला किया था। गुलाब सिंह सैनी की सेना पूरे जोश से लड़ी और अंग्रेजों को मुंह की खानी पड़ी। बाद में दिल्ली पर अंग्रेजों ने कब्जा किया। 9 जनवरी, 1858 को लालकिले के सामने चांदनी चौक पर राजा नाहर सिंह के साथ उन्हें भी फांसी पर लटका दिया गया था। उन पर ब्रिटिश सरकार के खिलाफ बिगुल बजाने का आरोप लगा था। इस अवसर पर सुरजीत सैनी, कृष्णा सैनी, तनुज, विशाल, सुनील, संजय ब्लाक समिति सदस्य भी मौजूद थे।