पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित
नरवाना, 24 नवंबर (निस)
घटती सांसों बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण के लिए पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित कर बरगद, पीपल, नीम, बेलपत्र, अशोक, लालटेनिया इत्यादि प्रजातियों के 13 पौधों का प्रत्यारोपण केएम राजकीय महाविद्यालय परिसर में किया गया।
इस अवसर पर जयपाल सिंह ने समझाया कि निमोनिया, तपेदिक एवं अस्थमा के रोगों से पीड़ितों के लिए पर्यावरण प्रदूषण एक भयंकर अभिशाप बन चुका है। चिकित्सकों के अनुसार उत्तर भारत के क्षेत्र में दिन प्रतिदिन रोगियों की संख्या बढ़ रही है।
गर्भवती महिलाएं और वरिष्ठजन अधिक प्रभावित हो रहे हैं। नवजात शिशुओं को ऑक्सीजन पर रखा जा रहा है। नमी और जहरीले रासायनिक डार्क साइड नाइट्रिक ऑक्साइड कार्बन मोनोऑक्साइड क्लोरेट एवं अन्य पदार्थों के सम्मिश्रण से प्रदूषित स्मोग की हानिकारक परत बन रही है। प्रदूषण वायु से उच्च रक्तचाप के मरीजों को लकवा एवं दमा के रोगियों को हृदय घात एवं पक्षाघात का खतरा बढ़ गया है। स्वस्थ व्यक्ति के लिए 49 मिलीग्राम ऑक्सीजन प्रति मिनट के लिए अनिवार्य है।
ऑक्सीजन के अभाव में कोशिकाओं को ऊर्जा नहीं मिलने से मस्तिष्क की कोशिकाएं मरने से सिर दर्द, थकान, चक्कर आना जैसी समस्याओं के साथ याददाश्त कमजोर होना और अंत में पक्षाघात से मनुष्य कोमा का भी शिकार हो जाता है।
पर्यावरण प्रदूषण से बचाव के लिए धरती को हरा-भरा और हरित अच्छंदित बनाना समय की आवश्यकता है।
इस कार्यक्रम में सहयोग सुखदेव, सावन, मनीष, सुशील, सोमेश, योगेश इत्यादि का रहा है।