आत्मीय अहसासों की निधि
07:06 AM Aug 20, 2023 IST
Advertisement
अपने पहले एक कविता संग्रह दिव्य निधि में बृजबाला गुप्ता ने अपने अंतर्मन के अहसासों को शब्दों में अभिव्यक्त किया है। जिसमें सामाजिक विद्रूपताओं के विरुद्ध तल्ख प्रतिक्रिया है तो सुकोमल मानवीय अहसासों को संबल देने का प्रयास किया गया है। वहीं नश्वर जीवन के यथार्थ का भी बोध कराया है। मानवीय रिश्तों की गरिमा रचनाओं में मुखरित होती है। कुल मिलाकर रचनाओं में जीवन के विविध रंग हैं। आशावाद कविताओं का मूल स्वर है।
Advertisement
पुस्तक : दिव्य निधि रचनाकार : बृजबाला गुप्ता प्रकाशक : विपिन पब्लिकेशन, रोहतक पृष्ठ : 115 मूल्य : रु. 300.
Advertisement
Advertisement