Travelling In India : बोल पाओ तो मानें! जीभ घुमा देने वाला भारत का अनोखा रेलवे स्टेशन, टिकट पर भी पूरा नहीं आता नाम
चंडीगढ़, 30 मई (ट्रिन्यू)
भारत में कई अनोखे और अद्भुत रेलवे स्टेशन हैं, जो अपनी बनावट, स्थान, सुविधाओं या इतिहास के कारण खास माने जाते हैं। मगर, भारत का ऐसा भी रेलवे स्टेशन है जो अपने नाम के कारण मशहूर है। इसका नाम सुनते ही जुबां अटक जाती है। यह नाम है वेंकटनरसिंहराजूवारीपेटा (Venkatanarasimharajuvaripeta)। इस रेलवे स्टेशन के नाम का सही से उच्चारण करना भी किसी चुनौती से कम नहीं। इस स्टेशन का नाम भारतीय रेलवे के सबसे लंबे एकल शब्द वाले स्टेशन के रूप में दर्ज है।
स्थान और महत्व
यह रेलवे स्टेशन आंध्र प्रदेश के चित्तूर में स्थित है, जो तमिलनाडु की सीमा से सटा है। यह दक्षिण रेलवे के रेनीगुंटा-अरक्कोनम खंड पर स्थित एक फ्लैग स्टेशन है, जिसका अर्थ है कि यहां सिग्नल के माध्यम से ही ट्रेनें रुकती हैं। मेल व एक्सप्रेस ट्रेनें यहां नहीं रुकतीं। स्टेशन का नाम स्थानीय राजा वेंकट नरसिंह रजुवारी के नाम पर रखा गया है। तेलुगु भाषा और संस्कृति में गहरी जड़ें रखने वाला यह नाम क्षेत्रीय इतिहास और परंपरा को दर्शाता है। हालांकि, नाम उच्चारण में कठिन है, लेकिन क्षेत्रीय गौरव का प्रतीक है।
नाम की विशेषता
इस नाम में कुल 28 अंग्रेजी अक्षर आते हैं, जो इसे भारतीय रेलवे के सबसे लंबे एकल शब्द वाले स्टेशन का दर्जा दिलवाते हैं। इस नाम को सही से उच्चारण करना किसी चुनौती से कम नहीं। कई लोग इसे संक्षेप में "विरप" कहकर पुकारते हैं। इस स्टेशन में दो प्लेटफॉर्म हैं। यह स्टेशन मुख्य रूप से पैसेंजर ट्रेनों के लिए है और यहां मेल या एक्सप्रेस ट्रेनें नहीं रुकतीं।
सांस्कृतिक और सामाजिक प्रभाव
स्टेशन का नाम न केवल भारतीय रेलवे के रिकॉर्ड में दर्ज है बल्कि यह स्थानीय संस्कृति और इतिहास का भी प्रतीक है। यह नाम क्षेत्रीय गौरव और सांस्कृतिक पहचान को दर्शाता है, जो स्थानीय लोगों के लिए गर्व का विषय है। वेंकटनरसिंहराजूवारीपेटा रेलवे स्टेशन न केवल अपने नाम की लंबाई के लिए प्रसिद्ध है बल्कि यह भारतीय रेलवे की विविधता और सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है।
पर्यटकों के बीच इस स्टेशन का नाम चर्चा का विषय है। यहां पर्यटक खासतौर पर रेलवे स्टेशन के नाम के साथ तस्वीरें खीचवाने के लिए आते हैं। रेलवे स्टेशन के साइनबोर्ड इतना लंबा नाम देखने लायक है।