Travelling In India : हर दिल को छू जाऐगी गुलाबा हिल स्टेशन की खूबसूरती, शिमला-मनाली भी लगेंगे फीके
चंडीगढ़, 13 जून (ट्रिन्यू)
Travelling In India : वैसे तो भारत में घूमने के लिए ऐसी कई प्रसिद्ध जगहें है, जहां लोग गर्मियों की छुट्टियों का आनंद लेने जाते हैं। हालांकि आज हम आपको एक अनोखे शहर के बारे में बताएंगे, जहां आप शोर-शराबे से दूर सुकून से छुट्टियों का मजा ले सकते हैं। हम बात कर रहे हैं गुलाबा हिल स्टेशन की, जिसके नाम ही सबसे अनोखा है।
कैसे पड़ा इस हिल स्टेशन का नाम' गुलाबा'
गुलाबा का नाम कश्मीर के राजा गुलाब सिंह के नाम पर पड़ा है, जो यहां रुके थे। गुलाबा छोटा सा गांव है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, बर्फ से ढके पहाड़ों और साहसिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थान मनाली और रोहतांग दर्रे के बीच स्थित है और लेह-मनाली राजमार्ग पर आता है। गुलाबा की सुंदरता ने बॉलीवुड को भी आकर्षित किया है। फिल्म "ये जवानी है दीवानी" के कुछ सीन्य यहां फिल्माए गए थे, जिससे गुलाबा की लोकप्रियता और बढ़ी है।
घूमने के लिए सबसे बढ़िया समय
गुलाबा का मौसम साल भर बदलता रहता है। सर्दियों (नवंबर से फरवरी) में यहां बर्फबारी होती है, जिससे यह स्कीइंग, स्नो-स्कूटर राइडिंग और पैराग्लाइडिंग जैसे साहसिक खेलों के लिए आदर्श स्थान बन जाता है। अगर आप गर्मियों में घूमने का प्लान कर रहे हैं तो मार्च से जून में यहां का मौसम ठंडा और सुखद होता है, जो ट्रैकिंग और कैंपिंग के लिए उपयुक्त है।
गुलाबा में करें ये एक्टिविटीज
सर्दियों में गुलाबा बर्फ से ढका होता है, जो स्कीइंग और स्नो-स्कूटर राइडिंग के लिए आदर्श है। इसके अलावा गुलाबा में पैराग्लाइडिंग का अनुभव रोमांचक होता है, जहां से आप बर्फीले पहाड़ों और घाटियों का दृश्य देख सकते हैं। यहां याक और घोड़े की सवारी का आनंद लिया जा सकता है, जो स्थानीय संस्कृति का हिस्सा है। गुलाबा से ब्रिगु झील की ट्रैकिंग का भी अपना ही मजा है जो एडवेंचर पसंद टूरिस्ट के लिए परफेक्ट है। गुलाबा के ठंडी व नर्म घास के मैदानों में आप परिवार के साथ कैंपिंग का मजा भी ले सकते हैं।
गुलाबा कैसे पहुंचे
गुलाबा मनाली से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित है। मनाली से गुलाबा तक पहुंचने के लिए आप निजी टैक्सी, जीप, या एचपीटीडीसी की बस सेवा का उपयोग कर सकते हैं। सर्दियों में रोहतांग दर्रा बंद होने के कारण गुलाबा तक पहुंचने के लिए ऑनलाइन परमिट की आवश्यकता होती है, विशेषकर डीजल वाहनों के लिए।