Travelling Places : भारत के इन 2 शहरों को UNESCO ने दिया 'विश्व धरोहर' का दर्जा, जानिए क्या है खासियत
चंडीगढ़, 16 जनवरी (ट्रिन्यू)
Travelling Places : इतिहास में अतुल्य योगदान के लिए अहमदाबाद और जयपुर शहर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को खूबसूरती से पेश करते हैं। साथ ही ये केवल दो शहर हैं, जिन्हें यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी गई है।
ये दोनों शहर इतिहास, संस्कृति और वास्तुकला का ऐसा मिश्रण पेश करते हैं, जो भारत के समृद्ध अतीत की कहानियों को बयां कर सकता है। जैसे-जैसे दुनियाभर में लोग भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को पीछे छोड़ते जा रहे हैं, ये शहर भारत को ऐतिहासिक रूप से समृद्ध गंतव्य बनाने वाले उदाहरणों के रूप में सामने आ रहे हैं।
अहमदाबाद का ऐतिहासिक शहर
1411 में सुल्तान अहमद शाह द्वारा स्थापित अहमदाबाद साबरमती नदी के पूर्वी तट पर बसा हुआ है। सल्तनत काल की इसकी सबसे उल्लेखनीय सांस्कृतिक विरासत में मस्जिद और मंदिर शामिल हैं। अहमदाबाद को यूनेस्को ने विश्व विरासत शहर का दर्जा देने वाला भारत का पहला शहर घोषित किया था।
2017 में अहमदाबाद को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी गई थी। अपनी समृद्ध ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और शहरी वास्तुकला के कारण, यह शहर जरूर घूमने लायक है। आप अपने बच्चों के साथ भी इसे देख सकते हैं और उन्हें भारत के समृद्ध इतिहास के बारे में बता सकते हैं।
जयपुर, राजस्थान
जयपुर के बारे में आप चाहे जो भी कहें वो कम है। 'पिंक सिटी' यानि 'गुलाबी शहर' के नाम से मशहूर जयपुर की स्थापना 1727 में महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने की थी। इसे 2019 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था।
शहर में कई ऐतिहासिक स्थल शामिल हैं, जिनमें जंतर मंतर शामिल है। 18वीं शताब्दी की खगोलीय वेधशाला है जिसमें कई उपकरण हैं जो आकाश में समय और स्थिति की गणना करते हैं। इसके अलावा यहां अंब