मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

PGI चंडीगढ़ में ट्रांसथोरेसिक इकोकार्डियोग्राफी वर्कशॉप का आयोजन

07:09 PM Oct 07, 2024 IST

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

Advertisement

चंडीगढ़, 7 अक्टूबर 

एडवांस्ड कार्डियक  सेंटर, पीजीआईएमईआर ने हाल ही में हृदय स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अपनी 11वीं वयस्क और 2री बाल चिकित्सा ट्रांसथोरेसिक इकोकार्डियोग्राफी (टीटीई) कार्यशाला का आयोजन किया। यह दो दिवसीय कार्यशाला 5-6 अक्टूबर 2024 को हुई, जिसमें प्रतिभागियों को हृदय की जटिलताओं को समझने और उपचार में नवीनतम तकनीकों का प्रयोग करने का अवसर मिला।

Advertisement

कार्यशाला का उद्घाटन प्रो. श्याम के. एस. थिंगनाम ने दीप जलाकर किया। इस कार्यक्रम का आयोजन डॉ. इरा धवन और प्रो. भूपेश कुमार के नेतृत्व में हुआ। इसमें 70 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जो चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा, नई दिल्ली, ऋषिकेश, जोधपुर और कोलकाता से आए थे।

कार्यशाला की प्रमुख विशेषताएँ:

1. संरचित शिक्षण कार्यक्रम: पहले दिन वयस्क ट्रांसथोरेसिक इकोकार्डियोग्राफी के मूल सिद्धांतों को पेश किया गया।

2. सुअर के हृदय का विच्छेदन कार्यशाला: प्रतिभागियों को हृदय की शारीरिक रचना को समझने में मदद की गई।

3. स्वस्थ स्वयंसेवकों और रोगियों पर लाइव प्रदर्शन: सामान्य और असामान्य हृदय की स्थिति को प्रदर्शित किया गया।

4. हैंड्स-ऑन कार्यशाला: प्रतिभागियों ने स्वस्थ स्वयंसेवकों और रोगियों पर ट्रांसथोरेसिक इकोकार्डियोग्राफी का प्रदर्शन किया।

कार्यशाला के दूसरे दिन, बाल चिकित्सा टीटीई और पॉइंट ऑफ केयर (पीओसीयूएस) सत्र आयोजित किए गए, जिसमें एसीयनोसिटिक और सियनोसिटिक हृदय रोग वाले बच्चों पर लाइव प्रदर्शन शामिल था।

इस कार्यक्रम ने यह सिद्ध कर दिया कि अल्ट्रासाउंड अब हृदय के कार्यों का मूल्यांकन करने का मुख्य तरीका बन गया है, जो पहले स्टेथोस्कोप द्वारा किया जाता था। पीजीआई चंडीगढ़ ने हृदय स्वास्थ्य में नई तकनीकों को अपनाने और शिक्षा को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

 

 

Advertisement
Tags :
Chandigarh PGI