हरियाणा में लाठीचार्ज के विरोध में पंजाब में कई जगह ट्रैफिक जाम
चंडीगढ़, 29 अगस्त (एजेंसी)
हरियाणा में किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने रविवार को पंजाब में दो घंटे तक सड़कों और राजमार्गों को बाधित किया। विभिन्न किसान संघों से संबंधित प्रदर्शनकारियों ने करनाल में कृषकों पर ‘बल’ का इस्तेमाल करने के लिए हरियाणा की भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार का पुतला फूंका। शनिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बाधित करने वाले किसानों के एक समूह पर पुलिस ने कथित रूप से लाठीचार्ज किया था, जिसमें करीब 10 लोग घायल हो गए थे। ये किसान भाजपा की एक बैठक का विरोध करने के लिए करनाल की ओर जा रहे थे। पंजाब में दोपहर 12 बजे शुरू हुए दो घंटे के आंदोलन के कारण कई जगहों पर जाम लगा और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रदर्शन के कारण जालंधर-पठानकोट राजमार्ग, लुधियाना-चंडीगढ़ राजमार्ग, अमृतसर-गंगानगर राजमार्ग और फिरोजपुर-जीरा मार्ग पर कई जगहों पर वाहनों का आवागमन बाधित हुआ। किसान संघर्ष मजदूर कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने हरियाणा पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की। अमृतसर में एक प्रदर्शन के दौरान, पंधेर ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर को नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए क्योंकि किसानों पर पुलिस कार्रवाई के बाद उन्हें पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। भारतीय किसान संघ (एकता उगराहां) ने राज्य में 56 स्थानों पर प्रदर्शन किया और खट्टर सरकार के ‘शर्मनाक’ कृत्य की निंदा की।
खट्टर का पुतला फूंका
लुधियाना (निस) : भारतीय किसान यूनियन एकता के नेता मास्टर चरन सिंह नूरपुरा की देखरेख में आज यहां किसानों ने लुधियाना-फिरोजपुर मुख्य राजमार्ग पर हरियाणा सरकार का पुतला फूंका और दो घंटे के लिए यातायात ठप्प किया। प्रदर्शनकारियों नें राजमार्ग के बीच ट्रैक्टर खड़ा करके सड़क को पूरी तरह से बंद कर दिया।हरियाणा सरकार के विरुद्ध दो घंटे नारेबाजी की। रोष प्रदर्शन के दौरान किसानों ने एंबुलेंस के लिए रास्ता खोल दिया था ताकि मरीज सही समय पर इलाज के अस्पताल पहुंच सकें।
किसानों पर हमला मौलिक अधिकारों पर हमला : नवजोत
पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने भी करनाल में किसानों पर हरियाणा पुलिस की कार्रवाई की निंदा की उन्होंने ट्विटर पर कहा, “प्रदर्शनकारी किसानों पर निंदनीय हमला हर भारतीय के मौलिक अधिकारों पर हमला है…ये अधिकार स्वतंत्रता संग्राम के दौरान असंख्य बलिदानों के बाद अर्जित किए गए हैं। यह संविधान की भावना को चोट पहुंचाता है और प्रभावित करता है और भारत के लोकतंत्र की रीढ़ को तोड़ता है।’ उन्होंने हरियाणा में पुलिस द्वारा ‘बल के इस्तेमाल’ का वीडियो भी साझा किया। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने शनिवार को हरियाणा पुलिस द्वारा ‘खुलेआम की गई बर्बरता’ पर दुख व्यक्त किया था और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की ‘शांति से प्रदर्शन कर रहे किसानों पर इस तरह का क्रूरतापूर्ण हमला करने’ के लिए कड़ी आलोचना की थी।
भाकियू एकता उगराहां के आह्वान पर किसानों ने फूंका पुतला
बठिंडा (निस) : हरियाणा के करनाल जिले के बसताड़ा टोल पर भाजपा का विरोध कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज करने के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर आज बठिंडा जिले में सात मुख्य सड़कों पर भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के सदस्यों ने दोपहर 12 बजे से दोपहर दो बजे तक धरने देकर यातायात जाम कर दिया तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री के पुतले जलाए। इससे सड़क मार्ग से आने वाले यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। जिले में जिन सात जगहों पर सड़कों पर धरने दिए गए उनमें बठिंडा-चंडीगढ़ सड़क पर रामपुरा के पास रिलायंस पंप के पास, इसी सड़क पर लेहराबेगा टोल प्लाजा पर, बठिंडा-अमृतसर सड़क पर जीदा टोल प्लाजा पर, बठिंडा-गिद्दड़बाहा सड़क पर गांव बल्लुआना के पास, बठिंडा-बादल सड़क पर गांव घुद्दा के पास, बठिंडा-मानसा सड़क पर गांव माईसरखाना के पास, बठिंडा-सरदूलगढ़ सड़क पर तलवंडी साबो शामिल हैं। यूनियन नेता मोठू सिंह ने बताया कि इसके अतिरिक्त जिले में लगाभग 40 स्थानों पर हरियाणा के मुख्यमंत्री के पुतले जलाए गए। इन धरनों में यूनियन नेता मोठू सिंह कोटड़ा, हरजिंदर बग्घी, परमजीत कौर पिथो, हरप्रीत कौर जेठूका, जगसीर सिंह झुंबा, दर्शन सिंह माईसर खाना, जगदेव सिंह जोगेआला, कुलवंत शर्मा रायकेकलां, जसपाल सिंह कोठागुरू ने सम्बोधित किया। इन नेताओं ने कहाकि केन्द्र सरकार द्वारा लाए तीन खेती कानूनों के विरुद्ध देशभर में संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा भाजपा नेताओं व मंत्रियों का विरोध करने का आह्वान किया गया है। इसी क्रम में कल करनाल में हरियाणा के मुख्यमंत्री ने बैठक में आना था तो किसान शांतिपूर्ण ढंग से विरोध करने के लिए बसताड़ा (घरौंड़ा) टोल प्लाजा पर एकत्रित हुए थे जिन पर सरकार के आदेश पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया। इससे कई किसान गंभीर रूप से घायल हो गए। किसान नेताओं ने मांग की कि उक्त घटना के समय लाठीचार्ज का आदेश देने वाले एसडीएम को बर्खास्त किया जाए, लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए, घायल किसानों का अच्छे अस्पताल से इलाज करवाया जाए, किसान नेताओं ने पंजाब सरकार द्वारा कल जलियांवाला बाग में भाजपा का विरोध कर रहे किसानों व युवाओं पर लाठीचार्ज करने व गिरफ्तार करने की भी निंदा की। किसान नेताओं ने यह भी कहा कि भाजपा नेताओं व मंत्रियों का शांतिपूर्ण तरीके से विरोध किया जाए।