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ट्रेड यूनियनों ने 16 की हड़ताल के लिए बनायी रणनीति

08:49 AM Feb 12, 2024 IST
बद्दी में रविवार को राज्य स्तरीय अधिवेशन के दौरान ट्रेड यूनियन पदाधिकारियों के साथ मंच पर इंटक अध्यक्ष हरदीप बावा व कार्यक्रम में उपस्थित कामगार।-निस

बीबीएन ,11 फरवरी (निस)
मोदी सरकार की मजदूर, कर्मचारी, ट्रांसपोर्ट व किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ 16 फरवरी की देशव्यापी हड़ताल की तैयारियों के सिलसिले में सीटू, इंटक, एटक सहित केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच ने औद्योगिक मजदूरों का एक राज्य स्तरीय अधिवेशन भुड बैरियर बद्दी में किया। इस अधिवेशन को सीटू के राष्ट्रीय सचिव डॉ. कश्मीर ठाकुर, इंटक प्रदेशाध्यक्ष बाबा हरदीप सिंह, एटक प्रदेशाध्यक्ष जगदीश चंद्र भारद्वाज, सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, उपाध्यक्ष जगत राम, इंटक जिलाध्यक्ष श्याम ठाकुर, एटक जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा व उपाध्यक्ष नरेश घई ने सम्बोधित किया। अधिवेशन में ओमदत्त शर्मा, दलजीत सिंह, अनूप पराशर, राजन गोयल, पीताम्बर ठाकुर, गजेंद्र तिवारी, अभिषेक ठाकुर, रविन्द्र कुमार, अनिल कौशल, विकास कुमार, जितेंद्र कुमार, सुनील कुमार, राजेन्द्र कुमार, कृष्ण पाल, अजय, हुस्न सहित सैंकड़ों औद्योगिक मजदूरों ने भाग लिया।
इंटक के प्रदेश मीडिया प्रभारी व प्रवक्ता ओम शर्मा ने कहा कि ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच का मानना है कि केंद्र की मोदी सरकार पूरी तरह पूंजीपतियों के साथ खड़ी है व आर्थिक संसाधनों को आम जनता से छीनकर अमीरों के हवाले करने के रास्ते पर आगे बढ़ रही है। ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस के नारे की आड़ में मजदूर विरोधी लेबर कोडों को थोपने, 12 घंटे की डयूटी, फिक्स टर्म व मल्टी टास्क रोज़गार लागू करने, हड़ताल पर अघोषित प्रतिबंध लगाने व सामाजिक सुरक्षा को खत्म करने की नीति पर आगे बढ़कर यह सरकार इंडिया ऑन सेल, बंधुआ मजदूरी व गुलामी की थ्योरी को लागू कर रही है। इससे केवल पूंजीपतियों,उद्योगपतियों व कॉरपोरेट घरानों को फायदा होने वाला है व गरीब और ज्यादा गरीब होगा।

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