जमीन का मुआवजा मिलने तक नहीं लगाने देंगे टावर
सोनीपत, 12 जनवरी (हप्र)
गांव नाहरा के खेतों में पावर ग्रिड के लिए टावर लगाने का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने तीसरे दिन शुक्रवार को पंचायत का आयोजन कर बिना मुआवजा व नोटिस दिए काम करने पर आपत्ति जताई। शुक्रवार शाम को पंचायत में पहुंचे राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने मौके पर ही डीसी से मोबाइल पर बात की और बिना नोटिस और मुआवजा दिए जमीन पर कब्जा करने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों को जमीन का मुआवजा नहीं मिलेगा, किसान यहां से पावर ग्रिड की लाइन को नहीं जाने देंगे।
ग्रामीणों ने धरने पर पहुंचे राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा के सामने आरोप लगाया कि हलालपुर के सरपंच व वृद्ध ग्रामीण को भी पुलिस ने 14 घंटे हिरासत में रखा और इस दौरान खाने-पीने को कुछ नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि उन्हें मार्केट रेट पर मुआवजा चाहिए। अगर कंपनी ऐसा नहीं कर सकती तो वह गांव के खेतों में पावर ग्रिड की लाइन किसी सूरत में नहीं निकलने देंगे। मौके पर ही दीपेंद्र हुड्डा ने डीसी से फोन पर पूछा कि आखिर किस कानून के तहत ग्रामीणों को हिरासत में लिया गया। पुलिस कार्रवाई से पहले कोई नोटिस ग्रामीणों को किसलिए नहीं दिया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि गांवों के खेतों से तुरंत प्रभाव से पुलिस बल को हटाया जाये। यहां पर पुलिस तैनाती बेहद गलत है। साथ ही उन्होंने ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार जिवेंद्र मलिक से कहा कि किसानों को हिरासत में रखना न्याय संगत नहीं था। पानी व खाना नहीं देना मानवता का उल्लघंन है। बता दें कि नाहरा गांव में बुधवार को पावर ग्रिड की लाइन का विरोध कर रहे हलालपुर गांव के सरपंच वीरेंद्र समेत 13 किसानों को पुलिस ने रात भर हिरासत में रखा था। मुआवजे की मांग और प्रशासन की कार्यवाही के विरोध में शुक्रवार को पंचायत हुई, जिसमें राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा, विधायक सुरेंद्र पंवार, विधायक जयवीर वाल्मीकि, बिजेंद्र आंतिल, पीसीसी डेलीगेट जसपाल आंतिल, अर्जुन दहिया, आंतिल बारहा खाप प्रधान जयभगवान आंतिल, एडवोकेट संजय आंतिल, किसान नेता रवि आजाद, किसान सभा के जिला महासचिव श्रद्धानंद सोलंकी, अमित दहिया, नाहरा के सरपंच उमेश दहिया, पूर्व चेयरमैन जोगेंद्र जठेड़ी, सबौली सरपंच सुनील कटारिया आदि शामिल हुए। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि डीसी से आश्वासन मिला है कि किसानों के साथ न्याय होगा। किसानों की गेहूं की फसल पर जेसीबी चलाना व किसानों को रात भर थाने में रखने से साबित होता है कि प्रदेश में कानून का राज नहीं है। भाजपा सरकार के इशारे पर अधिकारी किसानों को प्रताडि़त कर रहे हैं।
आज डीसी से मुलाकात, महापंचायत भी करेंगे
गांव के सरपंच व दहिया चौबासा के प्रधान उमेश दहिया ने कहा कि ग्रामीणों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। शनिवार को डीसी से मुलाकात करेंगे। वहां उनसे बातचीत कर हल निकालने का प्रयास होगा। हल नहीं निकला तो दोपहर बाद दहिया चौबासा की महापंचायत बुलाई जाएगी। जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।