आज पंजाब को इंडस्ट्रियल, आईटी, नॉलेज रेवोल्यूशन की आवश्यकता : रमेश इंदर
जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 19 नवंबर
आज पंजाब को इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन, आईटी, नॉलेज और एआई रेवोल्यूशन की आवश्यकता है ताकि युवा बाहर न जाये।
पंजाबियों को अपना एटीट्यूड और ओरियेंटेशन बदलने की जरूरत है ताकि फिर से उन बुलंदियों को छुए जिन पर कभी पंजाब था। यह बात आज नौकरशाह रहे रमेश इंदर सिंह ने ‘समकालीन पंजाब : राजनीति व समाज’ विषय पर आयोजित सेमिनार में कही।
इस सेमिनार का आयोजन नेशनल इंस्टीच्यूट आफ पंजाब स्टडीज (एनआईपीएस) और पीयू के राजनीति विज्ञान विभाग ने मिलकर किया। रमेश इंदर ने कहा कि हरित क्रांति के अगुवा रहे पंजाब में आज खेती का संकट खड़ा हो गया है।
सामाजिक और राजनीतिक नेतृत्व के साथ ही अर्थव्यवस्था भी डगमगा रही है। 1981 में पंजाब की जीडीपी नंबर वन होती थी जो आज 19वें स्थान पर चली गयी है। युवा पंजाब छोड़कर विदेश भाग रहा है। पंजाब के पानी, राजधानी का मसला अभी तक सुलझा नहीं है। सामाजिक ताना-बाना बिखर रहा है। उन्होंने कहा कि चंद लोग कनाडा जाकर खालिस्तान की मांग कर रहे हैं। 1984-85 में जब आंतकवाद चरम पर था तब भी 5 फीसदी से ज्यादा लोग ऐसे नहीं थे जो खालिस्तान की मांग करते हों।
ऐसी हरकतों से पंजाब के लोग सफर कर रहे हैं। जाति-धर्म के नाम पर बंट रहे हैं। समारोह के मुख्य वक्ता राणा नैयर ने कहा कि आज पंजाब के सामाजिक-राजनीतिक जीवन के अलावा नेतृत्व का भी संकट है।
उन्होंने कहा कि आज किसान को धान-गेहूं के चक्र से बाहर आना होगा क्योंकि जलस्तर बहुत नीचे चला गया है। इससे पूर्व एनआईपीएस के निदेशक डॉ. मोहिंदर सिंह ने विषय और मेहमानों का पचिय कराया। डीन एलूमनी डॉ. लतिका शर्मा ने कुलपति का संदेश पढ़ा जबकि जतिंदर सिंह ने पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह का संदेश पढ़ा जिसमें उन्होंने पीयू में एक छात्र और टीचर के रूप में बिताये वक्त को याद किया।
उन्होंने ज्योति मल्होत्रा को द ट्रिब्यून समूह की पहली महिला संपादक और प्रो. रेनू विग को पीयू की पहली महिला कुलपति बनने पर बधाई दी। पम्पा मुखर्जी और मनजीत भाटिया ने भी इस मौके पर अपने विचार रखे।
‘युवाओं को होना होगा जागरूक’
द ट्रिब्यून समाचार पत्र समूह की प्रधान संपादक ज्योति मल्होत्रा ने कहा कि आज युवाओं को जागरूक होना होगा ताकि वर्तमान में पेश आ रहे संकटों से उबरा जा सके। उन्होंने कहा कि विदेश जाना, नये क्षितिज खोजना और ज्ञान बटोरने में कोई बुरी बात नहीं लेकिन पंजाबी निराशा में डूब रहे हैं। पंजाब सरकार ने हाल ही में खुद माना कि प्रदेश में 10 लाख से ज्यादा लोग ड्रग का शिकार हैं। कपूरथला में महिलाओं का नशे में डूबना खतरनाक तो है। यह हमारे लिये शर्मसार करने वाला है। उन्होंने युवाओं से राजनीतिक दलों से दूरी न रखने का आह्वान करते हुए कहा कि कोई भी दल हो या छात्र संगठन हमेशा उसके साथ जुड़ो क्योंकि एंगेजमेंट जरूरी है। अलग-थलग नहीं पड़ना है, रीडिंग हैबिट नहीं छोड़नी है। उन्होंने ट्रिब्यून द्वारा सीनेट चुनाव का मुद्दा प्रमुखता से उठाये जाने के बारे में भी बताया।