आज खनौरी और शंभू बॉर्डर पर किसान दिखायेंगे एकजुटता
गुरतेज सिंह प्यासा/विकास कौशल
संगरूर/बठिंडा, 9 जनवरी
मोगा में शुक्रवार को किसान महापंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने अपने नेताओं को हिदायत दी कि वे खनौरी या शंभू बॉर्डर को लेकर कोई बयान न दें। एसकेएम ने ऐलान किया कि उनके नेता शंभू और खनौरी सीमा पर 10 जनवरी को एकता का संकल्प लेंगे। इसके लिए 6 सदस्यों की समिति के साथ 101 सदस्यों का समूह जाएगा। उन्होंने कहा कि 13 जनवरी को तहसील मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे और 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा।
महापंचायत में पंजाब से किसानों की रिकार्ड भीड़ उमड़ी। किसानों ने स्वामीनाथन फॉर्मूले के तहत राष्ट्रीय कृषि विपणन नीति के मसौदे को खारिज करने की मांग की। साथ ही, एमएसपी खरीद गारंटी कानून बनाने, किसान-मजदूरों के कर्ज की माफी व दिल्ली मोर्चे को लागू कराने के लिए किसान आंदोलन के संयुक्त संघर्ष का एकता प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें यह तय किया गया कि संयुक्त किसान मोर्चा की छह सदस्यीय ‘एकता कमेटी’ 10 जनवरी को खनौरी और शंभू बॉर्डर पर एकता का संकल्प लेगी।
आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को जिम्मेदार ठहराया। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि अगर डल्लेवाल को कुछ हुआ तो मोर्चा सख्त कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगा। उसने कहा कि डल्लेवाल की जान बचाने के लिए परस्पर विरोधी संगठनों से बातचीत शुरू करनी चाहिए। महापंचायत का नेतृत्व बलबीर सिंह राजेवाल, राकेश टिकैत, जोगिंदर सिंह उगराहां, रमिंदर सिंह पटियाला, हरमीत सिंह कादियान, डॉ. दर्शनपाल सिंह, कृष्ण प्रसाद, बूटा सिंह बुर्जगिल, हरिंदर सिंह लाखोवाल ने किया।
टिकैत और उगराहां बोले- किसान एक हैं : किसान नेता राकेश टिकैट और जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि निकट भविष्य में विभिन्न स्थानों पर महापंचायत की जाएंगी। उन्होंने कहा कि किसान एक हैं। उनमें वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन खेती को लेकर वे हमेशा एक रहे हैं।
डल्लेवाल का ब्लड टेस्ट, पेट का अल्ट्रासाउंड
संगरूर/निस : पंजाब के चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव कुमार राहुल ने आज खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की और वहां बने आपातकालीन अस्पताल का दौरा किया। इस अवसर पर निदेशक परिवार कल्याण डाॅ. हतिंदर कौर के अनुसार डल्लेवाल के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पंजाब सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम ने किसान नेता के स्वास्थ्य की जांच की और उनके रक्त के नमूने लिए और पेट का अल्ट्रासाउंड किया।
एक और किसान ने की आत्महत्या
अशोक प्रेमी/निस
राजपुरा : शंभू सीमा पर प्रदर्शन कर रहे 55 वर्षीय किसान ने बृहस्पतिवार को कथित तौर पर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। किसान नेताओं ने कहा कि आंदोलन स्थल पर तीन सप्ताह के भीतर इस तरह की यह दूसरी घटना है। मृतक किसान की पहचान तरनतारन जिले के निवासी रेशम सिंह के रूप में हुई है। भारतीय किसान मजदूर यूनियन पंजाब के महासचिव बलकार सिंह बैंस ने बताया कि रेशम सिंह अपने गांव से साथियों के साथ मोर्चे पर आया हुआ था। आज सुबह उसने सल्फास निगल ली। वह मुद्दों का समाधान नहीं किए जाने को लेकर केंद्र सरकार से नाखुश थे।