युवाओं को कुरीतियों से बचाने के लिए आर्यसमाज से जोड़ना होगा : देवव्रत
कुरुक्षेत्र, 14 जुलाई (हप्र)
गुरुकुल कुरुक्षेत्र का वेद प्रचार विभाग गांव-गांव में जाकर युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को रोकने एवं लोगों को वैदिक संस्कृति से जोड़कर सभ्य समाज के निर्माण में अनुकरणीय कार्य कर रहा है। युवाओं को नशे व दूसरी कुरीतियों से बचाने के लिए आर्यसमाज से जोड़ना होगा, तभी उन्नत राष्ट्र का सपना साकार होगा।
यह बात रविवार को गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने गुरुकुल कुरुक्षेत्र में आयोजित आर्यसमाज के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
गुरुकुल के वेद प्रचार विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, करनाल, यमुनानगर, अम्बाला, पंचकूला आदि जिलों की विभिन्न आर्यसमाजों के 200 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए। इस अवसर पर प्रधान राजकुमार गर्ग, व्यवस्थापक रामनिवास आर्य, वेद प्रचार विभाग के वरिष्ठ भजनोपदेशक जयपाल आर्य, जसविन्द्र आर्य, मनीराम आर्य, सूर्यदेव आर्य, मुख्य संरक्षक संजीव आर्य सहित सभी वेद प्रचारक मौजूद रहे।
8 जिलों के आर्यसमाजी पहुंचे
कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र से आर्यसमाज लाड़वा, छैलो, बारना, हथीरा, गुलडेरा से, करनाल से आर्यसमाज संगोही, यूनिसपुर, रायपुर, शाहपुर, बदरपुर, माजरा रोड़ान, जिला यमुनानगर से आर्यसमाज रेलवे रोड, कलेसरा, लेदा खादर, रतनगढ़, मंढार, अम्बाला जिला से आर्यसमाज बनौंदी, नारायणगढ़, कलेरा, रामदास नगर अंबाला शहर, लण्ढा, कैथल जिला से आर्यसमाज पूण्डरी, बरसाणा, खानपुर, बालू, माणस, डुलियानी, पबनावा, मुनरहेड़ी सहित पंचकूला, जींद, हिसार जिलों से भी आर्यसमाज के प्रतिनिधि कार्यक्रम में शामिल हुए।