पुरानी शान की बहाली के लिए उधम सिंह के नक्शे-कदमों पर चल रहे हैं : भगवंत
गुरतेज सिंह प्यासा/निस
संगरुर, 31 जुलाई
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज सुनाम में कहा कि राज्य सरकार पंजाब की पुरानी शान बहाल करने के लिए शहीद उधम सिंह जैसे महान शहीदों के नक्शे-कदमों पर चलकर देश की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में युवाओं को सक्रिय साथी बना कर आगे बढ़ रही है। शहीद उधम सिंह के शहीदी दिवस पर राज्य स्तरीय समारोह के दौरान सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने याद किया कि वे बचपन में अपने पिता के साथ यहां हर साल होने वाले समारोह में शामिल होते थे। उन्होंने कहा कि देशवासियों ने शहीद उधम सिंह जैसे महान नायकों की बेमिसाल कुर्बानियों के कारण ही आज़ादी के इस मीठे फल का आनंद ले रहे है। उन्होंने कहा कि शहीद उधम सिंह ने जलियांवाला बाग में हुए नरसंहार का प्रतिशोध लेने के लिए 21 साल इंतजार किया और इस प्रकार देश की आज़ादी की नींव रखी। इन शहीदों की दी गई बेमिसाल कुर्बानियों की विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करने का काम करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि महान सिख गुरुओं ने लोगों को ज़ुल्म, अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ने की प्रेरणा दी है, जिसके कारण पंजाबियों ने हमेशा बुराईयों के खिलाफ लड़ाई में देश का नेतृत्व किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य और इसके लोगों की भलाई के लिए मिसाल पेश की है। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद पहली बार उनकी सरकार ने राज्य में मालवा नहर की खुदाई का काम शुरू किया है। उन्होंने कहा कि यह रिकॉर्ड है कि राज्य की पिछली सरकारों ने पंजाब की इस आवश्यकता पर ध्यान नहीं दिया। मान ने कहा कि लगभग 150 किलोमीटर लंबी यह नई नहर राज्य विशेषकर मालवा क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास और समृद्धि के नए युग की शुरुआत करेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब समय आ गया है जब हमें राज्य की पुरानी शान बहाल करने के लिए गुरबाणी की शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया कि राज्य सरकार द्वारा युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में ले जाने के लिए इस ऐतिहासिक धरती पर अत्याधुनिक स्टेडियम और बस स्टैंड का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के ठोस प्रयासों के कारण पंजाब के 19 खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक के लिए भारतीय दल का हिस्सा बने हैं। भगवंत सिंह मान ने बताया कि इन खिलाड़ियों को इस मेगा इवेंट की तैयारियों के लिए भी पैसे दिए गए हैं और पदक विजेता खिलाड़ियों को राज्य सरकार की नीति के अनुसार नकद पुरस्कार दिए जाएंगे।