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राजनीति में सिद्धांतों को जिंदा रखने के लिए युवाओं को सौंपनी होगी मशाल

10:31 AM Jul 29, 2024 IST
कोसली में रविवार को आयोजित जनसभा में ग्रामीणों को संबोधित करते केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह। -हप्र

रेवाड़ी, 28 जुलाई (हप्र)
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि राजनीति में सिद्धांतों को जिंदा रखने के लिए युवाओं को आगे आना होगा और राजनीति की मशाल युवाओं के हाथों में सौंपनी होगी। चंडीगढ़ की गद्दी पर बैठने के बाद नेताओं की कोशिश होती है कि उनके अलावा कोई भी नेता किसी अन्य क्षेत्र में पैदा न हो। कोसली व जाटूसाना में जनसभाओं को संबोधित करते हुए राव इंद्रजीत सिंह ने यह बात कही।
इस अवसर पर राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि उनके परिवार को राजनीति करते हुए सौ वर्ष हो गए हैं। जनता का प्यार आज भी बरकरार है। उन्होंने मंच पर बैठे नेताओं से भी आग्रह किया कि वे आपसी विवाद खत्मकर क्षेत्र के हित के लिए एकजुट होकर काम करें। उन्होंने कहा कि अहीर रेजिमेंट के लिए उनके पिता ने सत्ता में रहते हुए संसद में इस मामले को उठाया था। उन्होंने स्वयं केंद्र सरकार में मंत्री रहते हुए दिल्ली में धरने पर जाकर समाज की इस मांग को समर्थन दिया था। समाज से ओर भी लोग रक्षा मंत्री रहे लेकिन उन्होंने अहीर रेजिमेंट की आवाज नहीं उठायी। उनका इशारा यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की ओर था।
राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि जब वे रक्षा राज्यमंत्री थे तो सैनिक स्कूल रेवाड़ी से अन्यत्र स्थानांतरित करने की बात यहां के नेता किया करते थे, लेकिन उन्होंने रेवाड़ी में ही सैनिक स्कूल बनवाया और इसके निर्माण में कोसली की अहम भूमिका थी। सबसे अधिक सैनिक कोसली से ही हैं। उन्होंने कोसली व भाकली गांवों के आपस में चल रहे विवाद पर कहा कि दोनों गांवों को भाईचारे का परिचय देना चाहिए और वे गांव के मामले को सुलझाने के लिए मध्यस्थता करने को तैयार है। गांव और आसपास के गांवों की कमेटी बनाकर इस मुद्दे को भाईचारे से हल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके परिवार ने जब-जब जनता की आवाज उठाई तो राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ा है। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि उनके पिता राव बीरेन्द्र सिंह ने जब तत्कालीन संयुक्त पंजाब की कैरो सिंह सरकार के खिलाफ इस क्षेत्र और हिंदी भाषी लोगों की आवाज उठायी तो उन्हें मंत्रिमंडल से हटा दिया गया। राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि कोसली के पूर्व विधायक विक्रम सिंह को प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया था लेकिन बाद में चंडीगढ़ बैठे लोगों ने भ्रष्टाचार के आरोपों की आड़ ली। आज तक इसकी जांच नहीं हुई। उन्होंने कहा कि जो इंद्रजीत के साथ रहेगा उसे भ्रष्टाचारी घोषित कर दिया जाता है। उन्होंने रखी गई मांगों को लेकर कहा कि वे क्षेत्र का वक़ील बन कर प्रदेश सरकार के समक्ष उठाएंगे। जनसभा को राव इंद्रजीत सिंह की पुत्री व भाजपा नेता आरती राव ने भी संबोधित करते हुए कहा कि कोसली के लोगों का प्यार बचपन से उन्हें मिलता रहा है।

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जनसभा में नहीं दिखे विधायक

राव इंद्रजीत सिंह के सहयोग व समर्थन से टिकट पाकर विधायक बने लक्ष्मण सिंह यादव कोसली की जनसभा में मंच पर दिखाई नहीं दिये। जबकि वे जाटूसाना की जनसभा में पहुंच गए। कोसली की जनसभा में नहीं पहुंचने को लेकर चर्चा जोरों पर है। बताया जाता है कि कोसली ग्रामवासियों ने जनसभा आयोजन कमेटी को संदेश भिजवा दिया था कि यदि जनसभा में स्थानीय विधायक आये तो किसी भी तरह के विरोध के लिए ग्रामवासी जिम्मेदार नहीं होंगे।

ये रहे मौजूद

भाजपा नेता वीर कुमार यादव, जिला परिषद चेयरमैन मनोज यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष हुकुम चंद यादव, चेयरमैन दुष्यंत यादव, जिला पार्षद जीवन हितैषी, शारदा यादव, पूर्व जिला प्रमुख जगफूल यादव, जिला पार्षद मुकेश यादव, विक्रम, राजकुमार यादव, उदयभान डागर और सविता मौजूद थे।

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