नौकरी दिलाने के लिए पुलिस कर्मी ने पार्षद से ठगे 12 लाख
अम्बाला शहर, 3 जुलाई (हप्र)
ग्रुप डी में 2 युवकों को नौकरी दिलवाने के नाम पर हरियाणा पुलिस के सिपाही ने अपने साथी के साथ मिलकर नरवाना के एक पार्षद से 12 लाख रुपये ठग लिए। नौकरी तो मिली नहीं, पैसे वापस मांगने पर धमकियां मिलने लगीं। पीड़ित ने पुलिस को शिकायत देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करके पैसे वापस दिलाने की गुहार लगाई है।
यह मामला आर्थिक अपराध शाखा द्वारा की गई जांच के बाद दर्ज किया गया है। इस संबंध में वार्ड-1 नरवाना के पार्षद सिकंदर निवासी इंदिरा कालोनी टोहाना रोड ने पुलिस को शिकायत दी है। उसने बताया कि हरियाणा पुलिस में सिपाही विक्रम टंडन निवासी नारायणगढ़ ने उससे नौकरी दिलवाने के नाम पर 12 लाख की ठगी की। विक्रम से मिलवाने वाला व्यक्ति विक्की निवासी जमीतगढ़ भी धोखाधड़ी में शामिल है। उसने बताया कि दिसंबर 2020 को वह अम्बाला एक शादी में आया था, जहां उसकी विक्की से मुलाकात हुई।
बातचीत में उसने विक्की को बताया कि उसके 2 भतीजों ने ग्रुप डी का फार्म भरा हुआ है। इस पर विक्की ने विक्रम का नाम लेकर कहा कि वह नौकरी लगवाने का काम करता है और दोनों को नौकरी लगवाने के लिए 10 लाख रुपये लेगा। उसने बताया कि दिसंबर 2020 को चंडीगढ़ बाईपास के पास 10 लाख रुपये नगद दे दिए। इसकी जमानत के एवज में विक्रम टंडन ने खुद के खाते का 10 लाख का चेक दे दिया। काफी समय बीतने पर जब नौकरी नहीं लगी तो जुलाई 2021 में आरोपी से पैसे वापस मांगे और कहा कि भतीजों ने हरियाणा पुलिस का फार्म भरा हुआ था। इस पर उसने हरियाणा पुलिस में लगवाने का आश्वासन देते हुए 2 लाख रुपये और ले लिए, लेकिन काम नहीं बना। उसके द्वारा दिए 10 लाख के चेक को निर्धारित तिथि पर बैंक में लगाया तो चेक बाउंस हो गया। आरोपियों ने आश्वासन दिया कि वे बैंक में पैसे डलवा रहे हैं। दोबारा चेक लगा दो, लेकिन दोबारा भी वही हाल रहा। पैसे वापस मांगे तो आरोपी ने उसे धमकी दी। एसपी को शिकायत करने पर उन्होंने एक महीने का समय मांगा, लेकिन पैसे नहीं लौटाए।