नशे पर नकेल : हरियाणा, पंजाब समेत सात राज्य करेंगे डाटा साझा
चंडीगढ़, 31 जनवरी (ट्रिन्यू)
नशे पर नकेल कसने के लिए सात राज्यों ने अपराधियों का डाटा साझा करने पर सहमति जताई है। इस संबंध में बृहस्पतिवार को पंचकूला में केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ समेत सात राज्यों- हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान एवं उत्तराखंड के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक हुई। इनमें एनआईए, एनसीबी, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो हरियाणा और स्पेशल टास्क के अधिकारी भी शामिल हुए। बैठक में अंतर्राज्यीय ड्रग सचिवालय के कार्यान्वन और सीमा पार चल रहे नशा तस्करी व संगठित अपराध को रोकने के लिए जरूरी तालमेल पर भी चर्चा हुई।
सभी अधिकारियों ने इस बात पर सहमति जताई कि राज्यों के बीच में अपराधियो का डाटा बेस सांझा करने हेतु राज्यों की संयुक्त टीम बनाई जानी चाहिए ताकि आपसी तालमेल स्थापित करते हुए कार्य किया जा सके। सभी राज्य अंतर्राज्यीय ड्रग सचिवालय के बेहतर कार्यान्वन हेतु अपने प्रदेश में एसपी रैंक में नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगे ताकि सूचनाओं का वास्तविक समय में आदान प्रदान किया जायेगा। इस बैठक में अंतर्राजीय ड्रग सचिवालय को सुदृढ़ करने और अपराधिक गतिविधियों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर अलग-अलग राज्यों द्वारा अपने-अपने विचार रखे गए।
बैठक में प्रेजेंटेशन के माध्यम से एनसीबी डिप्टी डायरेक्टर जनरल संबित मिश्रा ने बताया कि नशा तस्करी के रूट पहचानने की ज़रूरत है। ताकि तस्करी रोकी जा सके। एनआईए के डीआईजी संतोष कुमार मीणा ने भी अपराधियों की पहचान पर बल दिया। स्पेशल टास्क फोर्स के एसपी वसीम अकरम ने बताया कि हरियाणा में वर्तमान में 80 आपराधिक गैंग सक्रिय हैं इनमें से आठ द्वारा दिल्ली एनसीआर के क्षेत्र में फिरौती आदि की मांग की जाती है।
बैठक में पंजाब पुलिस महानिदेशक गौरव यादव, हिमाचल पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा, चंडीगढ़ पुलिस महानिदेशक सुरेंदर सिंह यादव, पंजाब स्पेशल महानिदेशक कुलदीप सिंह, हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो महानिदेशक ओपी सिंह, राजस्थान अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एसओजी विजय कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।