गर्मी के मौसम की सब्जियां उगाने का आया समय
अनु आर.
गर्मियां आते ही मंडी में सब्जियां बदल जाती हैं। एक जमाने में सिर्फ सर्दियों के मौसम में ही हरी सब्जियों से सब्जी मंडियां गुलजार होती थीं, लेकिन आजकल करीब-करीब सभी सब्जियों के ऐसे बीज और ऐसी प्रजातियां आ गई हैं, जो गर्मियों में भी खूब फलती-फूलती हैं। फिर भी गर्मी की कुछ सब्जियां तो खास होती ही हैं। गर्मियों में लौकी, भिंडी, करेले, टिंडे, तोरी, खीरा जैसी सब्जियां मंडी में कब्जा किये होती हैं।
क्यारी, गमलों में बागवानी
बहरहाल गर्मियों में अगर अपने किचन गार्डेन की हरी और ताजी सब्जियां खाने को मिलें, तो इससे बड़ा सुख कुछ और नहीं हो सकता। इसलिए अगर आपके घर में थोड़ी सी कच्ची जमीन है, तो उस जमीन में आप एक शानदार किचन गार्डेन बना सकती हैं। लेकिन जमीन न हो तो भी कोई बात नहीं। छत या बालकनी होगी तो भी बागवानी संभव है। आजकल उन्नत प्रजाति की सब्जियों के बीज गमलों में भी खूब फलते-फूलते हैं। अगर जरा भी आपको बागवानी का शौक है तो गर्मियां न सिर्फ बेहतरीन और स्वास्थ्यवर्धक सब्जियों का मौसम बन जाएंगी।
ज्यादा तापमान के अनुकूल बीज
गर्मियों में आमतौर पर देश के ज्यादातर हिस्सों में 70 डिग्री फारेनहाइट से ज्यादा तापमान होता है। इसलिए चाहे बैंगन हो, खीरा हो, कद्दू हो, भिंडी, टमाटर, हरी मिर्च, तोरी, लौकी जैसी सब्जियां हों, इन सबके बीज इस तरह से प्रसंस्कृत किये गये होते हैं कि आराम से 35 से 40 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान सह लेते हैं। इसलिए अब गर्मियों में शिमला मिर्च, ककड़ी, भिंडी, तोरी, टिंडा, लोबिया, बींस सब कुछ उगाना बहुत आसान है। इस मौसम में चूंकि खीरा और टमाटर की मांग काफी ज्यादा हो जाती है, इसलिए बाजार में ये महंगे मिलते हैं। ऐसे में अगर आप अपनी बगिया में गर्मी की प्रजाति वाले टमाटर और खीरा उगाएंगे तो अच्छी तरह से खाएंगे भी और जेब पर जोर भी नहीं पड़ेगा।
टमाटर, खीरा
कुछ सब्जियां तो खास तौरपर हर किसी को अपनी बगिया में उगानी चाहिए। इनमें पहले नंबर पर आता है टमाटर। टमाटर का हर समय किचन में काम पड़ता है, चाहे कोई सब्जी बनानी हो, चटनी बनानी हो, तड़का मारना हो। इसलिए गर्मी के मौसम में घर की बगिया में चाहे वह जमीन में हो, छत पर हो या बालकनी के गमलों में हो। इन दिनों चेरी टमाटर या नॉर्मल टमाटर का पौधा लगाना चाहिए। ये खाने में खट्टे होते हैं और स्वाद भी खूब होता है। इसी तरह गर्मियों में अपनी बगिया में खीरा भी जरूर उगाएं। खीरे के पौष्टिक तत्वों से हम सब परिचित हैं। सलाद, रायते बनाना और चेहरे को निखारने में भी खीरा खूब काम आता है। अब लोग खीरे का जूस भी शौक से पीते हैं। गर्मियों में देसी खीरा 50-60 रुपये किलो से कम नहीं मिलता।
भिंडी
भिंडी भी ऐसी ही एक सबको पसंद आने वाली सब्जी है। बच्चे तो खास तौरपर भिंडी के दीवाने होते हैं। भिंडी किचन गार्डेन में बहुत आसानी से लगायी या उगाई जाती है। चाहे नर्सरी से पौधे लाकर लगा लें या बीज लाकर उगा लें। भिंडी कम देखरेख में भी अच्छी तरह से फलती-फूलती है। बस इसके लिए जरूरी खाद और नेचुरल कीटनाशक का छिड़काव जरूर करते रहना चाहिए। क्योंकि इसमें कीड़े जल्दी लगते हैं।
लौकी
लौकी भी गमलों के ऊपर लकड़ी का सहारा देकर उगाना अब बहुत आसान हो गया है। जाल पर हरी-हरी लौकियों को लटकते देखना जितना आंखों को अच्छा लगता है, उससे ज्यादा जीभ और पेट को भाता है। इसलिए अपनी गर्मी की बगिया में लौकी की बेल भी जरूर लगाएं। लौकी की सब्जी बनती है, जूस बनता है, रायता बनता है, कोफ्ते बनते हैं और इस यू-ट्यूब के जमाने में कम से कम 4 दर्जन से ज्यादा लौकी के ऐसे व्यंजन भी बनते हैं,जो सबको खूब भाते हैं।
धनिया, पुदीना और प्याज
गर्मियों की सब्जियों की फेहरिस्त बहुत लंबी है इसलिए आप अपनी पसंद की सब्जियों को उगा लें। लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जो बिना किसी समझौते के हर किचेन गार्डेन में होनी चाहिए चाहे दिन गर्मी के हों या सर्दी के। इनमें हरा धनिया, पुदीना, हरा प्याज और हरा लहसुन शामिल हैं। ये हमारी बगिया में हों तो सब्जी न भी बने तो चटनी से खाने का ऑप्शन मौजूद रहता है। गर्मी की अपनी मनपसंद सब्जियां हैं,जिनमें से कई को आप घर में उगा सकती हैं। इससे परिवार के लोगों को स्वादिष्ट सब्जियां तो खाने को मिलेंगी ही, कुदरत के साथ नजदीकी बढ़ाने का मौका भी मिलेगा, जो तन और मन दोनों के लिए अच्छा होगा। -इ.रि.सें.