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पेक के तीन प्रोफेसर भी दुनिया के दो फीसदी वैज्ञाानिकों में

06:46 AM Sep 20, 2024 IST

मनीमाजरा (चंडीगढ़), 19 सितंबर (हप्र)
पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) के तीन प्रोफेसरों प्रो. अलाकेश मन्ना, प्रो. कमल कुमार और प्रो. संदीप कुमार को विश्व के शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों में शामिल किया गया है। यह प्रतिष्ठित मान्यता स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा घोषित की गई है, जिसमें उन्होंने 2024 के लिए ‘वर्ल्ड टॉप 2 फीसदी साइंटिस्ट लिस्ट’ जारी की। यह सूची विभिन्न वैज्ञानिक क्षेत्रों के सबसे प्रभावशाली शोधकर्ताओं को पहचान देती है। प्रो. अलाकेश मन्ना को उनके 2002 से 2024 तक के करियर-लंबे शोध के आधार पर यह सम्मान मिला है।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर मन्ना के पास 17 वर्षों का उद्योग अनुभव और 21 वर्षों का शिक्षण अनुभव है। उनके नाम 277 से अधिक शोध पत्र और पांच पेटेंट हैं, जिन्होंने इंजीनियरिंग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रो. मन्ना को प्रो. डीएन त्रिखा उत्कृष्टता शोध प्रकाशन पुरस्कार (2010) और डब्ल्यूसीई लंदन में सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र पुरस्कार (2016) से सम्मानित किया गया है। उन्होंने दो पुस्तकें लिखी हैं और 23 पीएचडी छात्रों का मार्गदर्शन किया है। उनके शोध क्षेत्रों में डिज़ाइन और निर्माण, उन्नत और सूक्ष्म निर्माण, मेटल मैट्रिक्स कॉम्पोसिट्स (एमएमसी) का निर्माण और पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण शामिल हैं।
इसी तरह डॉ. कमल कुमार, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर को ‘ऑथर्स सिंगल ईयर लिस्ट’ में शामिल किया गया है। यह लगातार चौथी बार है जब उन्हें इस श्रेणी में स्थान मिला है। उनका प्रमुख शोध कार्य मैग्नीशियम आधारित बायोडिग्रेडेबल इम्प्लांट्स, हड्डी के स्कैफोल्ड्स, माइक्रोस्ट्रक्चर सुधार और बायोडिग्रेडेबल इम्प्लांट्स में डिग्रेडेशन दर को नियंत्रित करने के लिए बहु-स्तरीय सतह कोटिंग्स पर केंद्रित है।
भौतिकी विभाग के प्रो. संदीप कुमार को ‘सिंगल ईयर’ और ‘कैरियर-लॉंग शोध’ दोनों श्रेणियों में मान्यता मिली है, विशेष रूप से मटेरियल्स साइंस के क्षेत्र में। उनका शोध कार्य पर्यावरण और स्वास्थ्य देखभाल अनुप्रयोगों के लिए उन्नत कार्यात्मक सामग्रियों और नैनोमटेरियल्स-आधारित उपकरणों के उपयोग पर केंद्रित है।

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