घग्गर में आयी तीन बड़ी दरारें, एक को सेना की मदद से पाटा
गुरतेज प्यासा/निस
संगरुर, 12 जुलाई
सेना के जवानों और मनरेगा श्रमिकों ने मांडवी के पास घग्गर में आयी दरार को कुछ ही घंटों में भर दिया जबकि दो अन्य दरारों को भरने का काम जारी है। तकनीकी देखरेख में बांध का काम सैन्य स्तर पर किया जा रहा है। एसएसपी सुरेंद्र लांबा और अन्य अधिकारियों के साथ घग्गर नदी में पानी अधिक होने के कारण मकरोड़ साहिब, फूलाद और मांडवी गांवों के पास घग्गर में टूटे इलाकों का आंकलन किया गया। एनडीआरएफ के साथ जिला प्रशासन और पुलिस का संयुक्त प्रयास है। वहीं, सेना को भी समय पर बुला लिया गया है और ये टीमें तटबंध को भरने के लिए काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पानी के तेज बहाव के बावजूद पूरी टीमें आगे बढ़ रही हैं। आशा है कि दोनों दरारे भी जल्द ही पाट दी जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी भी स्थिति में घग्गर का पानी आबादी में घुसता है, तो इसके मद्देनजर प्रशासन ने पहले ही मूनक में सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल को एक अस्थायी पुनर्वास केंद्र बना रखा है, जहां भोजन व पानी की व्यवस्था की गई है।
उल्लेखनीय है कि देर रात करीब एक बजे मूनक व खनौरी के पास तीन जगहों पर घग्घर के किनारे टूट गए, जिससे आसपास के ढाई दर्जन गांवों के खेत जलमग्न हो गए। हालांकि अभी गांवों की आबादी तक पानी नहीं पहुंचा है। संगरुर जिले के खनौरी और मूनक क्षेत्रों से गुजरने वाली घग्गर नदी में खनौरी व मूनक के पास तीन स्थानों मांडवी, फूलाद और मकरोड़ साहिब में बड़ी दरारें पड़ गई, जिससे बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए है और हजारों एकड़ फसल पानी में डूब गई है। विधायक वरिंदर गोयल, डीसी जतिंदर जोरवाल और एसएसपी सुरेंद्र लांबा प्रभावित इलाकों का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिये।
साफ़ पेयजल सप्लाई यकीनी बनाने के निर्देश
जल सप्लाई और सेनिटेशन मंत्री ब्रह्म शंकर जिम्पा ने आज विभाग के उच्च अधिकारियों और फील्ड स्टाफ के साथ मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए निर्देश दिए हैं कि बाढ़ प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में पीने वाले साफ़ पानी की कोई किल्लत न आने दी जाये। उन्होंने कहा कि राज्य के बाढ़ प्रभावित लोगों को पीने वाले साफ़ पानी की सप्लाई यकीनी बनाई जाये और जिन इलाकों में पाईपों के द्वारा पानी नहीं पहुंच सकता वहाँ अपेक्षित मात्रा में पानी के टैंकर भेजे जाएं। जल सप्लाई भवन, मोहाली में एक समीक्षा मीटिंग के दौरान जिम्पा ने कहा कि जिन इलाकों में बाढ़ से नुकसान हुआ है, वहाँ के निवासियों की हर प्रकार की ज़रूरतों के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है। कजौली वाटर वर्क्स को बाढ़ के कारण पहुँचे नुकसान की पूर्ति समय पर करने के लिए उन्होंने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना भी की।
सुखबीर बादल ने बाढ़ प्रभावित राजपुरा के इलाकों का किया दौरा
राजपुरा (निस) : शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने बाढ़ प्रभावित राजपुरा व घनौर इलाके का दौरा किया और सरकार से राजपुरा थर्मल प्लांट सहित नालों की तत्काल सफाई कराने की मांग की। उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) और सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर अकाली दल और यूथ अकाली दल कार्यकर्ताओं द्वारा चलाए जा रहे राहत कार्यों का जायजा लिया। राजपुरा थर्मल प्लांट के पास पत्रकारों से बात में सरदार बादल ने कहा,‘थर्मल प्लांट के साथ बहने वाला नाला भर जाने से किसानों की सैकड़ों एकड़ जमीन जलमग्न हो गई। उन्होंने इलाके से पानी निकालने की मांग की थी, लेकिन अब तक इस संबंध में कुछ भी नहीं किया गया’। उन्होंने डीसी को फोन पर अवगत कराया और अनुरोध किया कि लोगों को राहत प्रदान करने के लिए तत्काल कदम उठाएं। उन्होंने कहा, ‘अगर अगले दो दिनों में ऐसा नहीं किया गया तो वे खुद पानी निकालने के लिए कदम उठाएंगें’। उन्होने कहा कि एसजीपीसी पहले से ही इलाके में लंगर उपलब्ध करा रही है। उन्होंने चिकित्सा सहायता प्रदान करने का भी अनुरोध किया है। पूर्व सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि पंजाब के कई इलाकों में आई बाढ़ से हालात नाजुक बने हुए हैं। ऐसी स्थिति में सरकार को तेजी से फैसले लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अब फोटों खिंचाने की बजाय प्रैक्टिल तौर पर कार्य करने की जरूरत है। सुखबीर बादल के साथ चरनजीत सिंह बराड़, हरिंदरपाल सिंह चंदूमाजरा, सुरजीत सिंह रखड़ा और जसपाल सिंह बिट्टू भी शामिल थे।
बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए नोडल अफसर तैनात करे सरकार : राजा वड़िंग
समराला (निस) : पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग अपने लाव लश्कर के साथ बाढ़ प्रभावित गांव बौंदली पहुंचे और बाढ़ प्रभावितों की समस्याएं सुनीं। ग्रामीणों ने बताया कि नेशनल हाईवे बनाते समय बरसाती पानी की निकासी के लिये कोई पुली नहीं बनाई गई, जिस कारण पीछे से आ रहे पानी को निकलने के लिए कोई रास्ता नहीं मिल रहा और यह पानी इकठ्ठा होकर फसलें बर्बाद कर रहा है। राजा वडिंग ने कहा कि स्थानीय प्रशासन को लोगों की मदद करनी चाहिए। उनको बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा मिलना चाहिए। उन्होंने लुधियाना की आयुक्त सुरभि मालिक से फोन पर बात करके लोगों के तुरंत बचाव और मदद की गुहार लगाई। इसके अतिरिक्त राजा गिल और डा. अमर सिंह एमपी भी लोगों की सहायता के लिए तत्पर रहेंगे। इससे पूर्व कांग्रेस नेता कस्बा खमानों और माच्छीवाड़ा भी गए। इस अवसर पर उनके साथ सांसद डा. अमर सिंह, रूपिंदर सिंह राजा गिल, गुरकीरत कोटली, लखबीर सिंह लखा, सन्नी दुआ, कप्तान संदीप संधू महासचिव, जसप्रीत सिंह कलाल माजरा, जतिंदर सिंह जोगा बलाला, कामिल बोपाराई आदि उपस्थित थे।