कनाडा में पीआर और नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, तीन गिरफ्तार
पंचकूला, 9 अप्रैल (हप्र)
हरियाणा की पंचकूला पुलिस ने कनाडा में पीआर और नौकरी दिलाने का झांसा देकर 6 लोगों से 2 करोड़ 22 लाख रुपए की ठगी करने वाले एक अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस की एंटी इमिग्रेशन फ्रॉड यूनिट ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो आरोपियों को हाल ही में पकड़ा गया, जबकि मुख्य आरोपी पहले से ही जेल में बंद था। पुलिस के अनुसार, इस गिरोह ने कनाडा में परमानेंट रेजिडेंसी और जॉब प्लेसमेंट के नाम पर कई लोगों को शिकार बनाया। आरोपी फर्जी वीजा कंसल्टेंसी एजेंसी के जरिए भरोसा जीतते और फिर मोटी रकम ऐंठ लेते।
पीड़ितों को इंटरव्यू, डॉक्युमेंटेशन और टिकट की प्रक्रिया के बहाने से लगातार झूठा भरोसा दिया जाता था। जब लोग शक करने लगते, तो आरोपियों का संपर्क पूरी तरह से टूट जाता।
इस मामले का मुख्य आरोपी पार्थ जानी, जो पहले से ही गुजरात की साबरमती जेल में बंद था, उसे 31 मार्च को प्रोडक्शन वारंट पर पंचकूला लाया गया और 10 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। पूछताछ में सामने आया कि पार्थ जेल में रहते हुए भी रैकेट संचालित कर रहा था और बाकी साथियों से संपर्क में था। पार्थ की निशानदेही पर पुलिस ने दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जिनसे पूछताछ जारी है।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ठगी की रकम में से 3 लाख रुपए बरामद किए हैं। साथ ही लैपटॉप, मोबाइल फोन, फर्जी दस्तावेज और पासपोर्ट की फोटोकॉपी भी जब्त की गई हैं।
गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।