अनाज मंडियों में रखा हजारों क्विंटल धान भीगा, भारी नुकसान
यमुनानगर, 16 अक्तूबर (हप्र)
हरियाणा के विभिन्न जिलों में आज भारी वर्षा, तेज आंधी तूफान रहा । मौसम विभाग ने इसकी पहले से ही चेतावनी और अलर्ट जारी किया था। लेकिन हरियाणा सरकार ने इसको गंभीरता से नहीं लिया। जिसके चलते हरियाणा की विभिन्न अनाज मंडीयो में रखा गया धान बुरी तरह भीग गया। इनमें वह धान भी है जो सरकार की एजेंसियों ने खरीदा हुआ था और ऐसा धान भी है जो किसान अभी मंडियों में लाए थे लेकिन सरकार ने अभी उसे खरीदा नहीं था। यमुनानगर जिला सचिवालय के सामने स्थित अनाज मंडी में हजारों क्विंटल धान खुले आसमान के नीचे रखा रहा जो बुरी तरह भीगता रहा । लेकिन उसे बचाने के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए। पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है, मैदानी इलाकों में वर्षा हो रही है। किसान नेता एवं कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सतपाल कौशिक का कहना है कि यह सरकार का फेलियर है। सरकार को मौसम विभाग की चेतावनी के बाद पुख्ता इंतजाम करने चाहिए थे। अब इसकी भरपाई कहां से होगी सरकार इसका जवाब दे।
बरसात के साथ चली तेज हवाओं से धान की फसल को नुकसान
जगाधरी (निस) : सोमवार को सुबह के वक्त अचानक आई तेज बरसात के साथ चली जोरदार हवाओं से धान आदि की फसल को नुकसान हुआ है। धान की पकी हुई फसल खेतों में जमीन पर बिछ गई। सुबह शुरू हुई बरसात बाद दोपहर तक चलती रही है। धान की फसल पर 10 दिन के दूसरी बार कुदरत की मार पड़ी है। सोमवार सुबह अचानक आसमान में काले बादल छा गए। कुछ ही देर बाद जोर की बरसात के साथ तेज हवा चलनी शुरू हो गई। तेज हवा के साथ हुई बरसात से जगाधरी, खारवन, दादुपुर, बूडिया, परवालो, औदरी, मैहलावांली, तेलीपुरा, कनालसी, पंजेटो आदि इलाकों में धन फसल जमीन पर गिर गई। क्षेत्र के किसान जगमाल सिंह, योगेश कुमार, जगदीश सिंह, रमेश कुमार आदि ने बताया कि तेज हवा से पोपलर के पेड़ों को भी नुकसान हुआ है। किसान नेता मोहकम सिंह का कहना है कि खेती घाटे का सौदा बनकर रह गई है। उनका कहना है कि सरकार को कृषि क्षेत्र को विशेष आर्थिक पैकेज देना चाहिए।
पकी धान व नरमे की फसलों को नुकसान
फतेहाबाद (हप्र) : सोमवार अल सुबह तेज अंधड़ व गरज-चमक के साथ हुई बरसात ने पूरे जिले को भिगो दिया। कहीं-कहीं हल्की ओलावृष्टि भी हुई। सुबह 5 बजे के बाद एकाएक फतेहाबाद, रतिया, भूना, जाखल, टोहाना, भट्टू सहित जिलेभर के सभी इलाकों में तेज आंधी शुरू हो गई और फिर तेज बारिश ने किसानों की चिंता भी बढ़ा दी। इस बरसात से खेतों में पकी खड़ी धान, नरमा की फसलों को काफी नुकसान होने का अंदेशा है। किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। वहीं मंडियों में खुले आसमान के नीचे पड़ी धान की बोरियां व ढेरियां भी भीग गईं। फतेहाबाद शहर के निचले इलाके जलमग्न हो गए। साथ ही कई घंटों तक बिजली भी गुल रही, जिस कारण सुबह के समय पेय जल सप्लाई भी बाधित रही। मौसम विभाग ने पहले ही 15 अक्टूबर की रात से पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से बरसाती गतिविधियां शुरू होने की चेतावनी जारी कर दी थी।
बरसात से किसान व आमजन परेशान
कुरुक्षेत्र (हप्र): सोमवार को मूसलाधार बरसात ने जहां किसान तथा आमजन का जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है वहीं ठंड भी बढ़ गई है। धान की फसल की तो बुरी हालत हो गई है। मंडी तथा ब्रह्मसरोवर के किनारे पड़ा धान जहां बुरी तरह से भीग गया है,वहीं खेतों में पकी हुई धान की फसल भी खराब हो गई है। दूसरी ओर आज की बरसात के कारण पूरा नगर जल-थल हो गया है। झांसा रोड, खेड़ी रामनगर तथा अन्य कई स्थानों पर भरे जल के कारण लोगों का जाना-आना भी मुश्किल रहा। झांसा रोड पर स्थित मां भद्रकाली मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा। इसके अलावा कई बाजारों और गलियों में भी पानी भर गया।